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आने वाली है भयानक तबाही 2025 से 2033 तक

आने वाली है भयानक तबाही 2025 से 2033 तक

हर हर महादेव!!
लेखक: रवि शेखर सिन्हा उर्फ आचार्य मनमोहन।ज्योतिष मार्तंड एवं जन्म कुंडली विशेषज्ञ।
मैं आप सबको और आप सबके हृदय में विराजमान ईश्वर को प्रणाम करता हूं और धन्यवाद करता हूं।

सभी धर्म ग्रंथो में देवगुरु बृहस्पति को बड़ा ही ऊंचा स्थान प्राप्त है। क्योंकि बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। अर्थात् सभी देवी देवता बृहस्पति का सम्मान करते हैं, उनकी पूजा करते हैं। खगोल विज्ञान के अनुसार बृहस्पति ग्रह हमारी पृथ्वी का सबसे बड़ा संरक्षक माना जाता है। क्योंकि लगातार हो रही उल्का पिंडों को बृहस्पति अपनी शक्ति से पृथ्वी पर आने से रोक देते हैं। जिसके कारण पृथ्वी और पृथ्वी पर रहने वाले हम सभी निवासी, पृथ्वी वासी सुरक्षित रहते हैं।यदि बृहस्पति कुपित हो जाए तो आप अंदाजा नहीं लगा सकते कि पृथ्वी का क्या हाल हो जाएगा?
ऐसा ही कुछ होने जा रहा है आने वाले 8 वर्षों के बीच। देवगुरु बृहस्पति धर्म कारक होते हैं और जब-जब पृथ्वी पर अधर्म बढ़ता है, पाप बढ़ता है। तब तब उसे संतुलित करने के लिए किसी ने किसी देव शक्ति को अवतार लेना पड़ता है। कलयुग में इतने अधिक पाप भर गए हैं कि अब कोई भी देव शक्ति शरीर धारण करके अवतार नहीं लेगी। अब पृथ्वी का नाश करने के लिए कलयुग के अंत में एक मात्र कल्कि भगवान अवतार लेंगे। किंतु वर्तमान समय में बढ़ते हुए पाप को रोकने के लिए देवगुरु बृहस्पति कुछ ऐसा प्रयास करेंगे, जिससे पाप घट सके और पृथ्वी मनुष्यों के, जीव जंतुओं के जीने लायक बन सके।

इसी क्रम में देवगुरु बृहस्पति 2025 के अप्रैल महीने से, जिसे हिंदी महीने से हम चैत्र माह के नाम से जानते हैं और जैसा की सर्वविदित है की चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा अर्थात् गुड़ी पाड़वा के दिन से हमारा सनातन पंचांग आरंभ होता है। अर्थात् हिंदू कैलेंडर श्री विक्रम संवत् का आरंभ चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होता है। क्योंकि शास्त्रीय मान्यता है कि इसी दिन से भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि करना आरंभ किया था। इसे सृष्टि का प्रथम दिवस माना जाता है। अर्थात् वर्ष का पहला दिन। इसी आने वाले नए वर्ष विक्रम संवत् 2082 से देवगुरु बृहस्पति पृथ्वी पर बढे हुए पाप को समाप्त करके पूरे संसार को संतुलित करने का कार्य आरंभ करेंगे। जिसके कारण पूरी दुनिया में तहलका मच जाएगा। हाहाकार मच जाएगा।

भयानक धन-जन की हानि का योग बन रहा है। क्योंकि इसके पूर्व भी ऐसी घटना हो चुकी है। सन् 2018 से 2022 तक बृहस्पति अतिचारी थे। जिसके कारण पूरी दुनिया में कोरोना जैसी महामारी आई। जिसने लोगों के जीने का ढंग ही बदल दिया। पूरी दुनिया 3 वर्षों तक अपने घरों में कैद रही। कितने लोगों की जानें चली गई। ऑनलाइन का प्रचलन बढ़ गया। किंतु अंततः 2022 के समाप्त होते-होते देवगुरु बृहस्पति जो अत्यंत दयालु भी हैं, कोरोना को समाप्त करते हुए उससे बचने का समाधान भी पृथ्वी वासियों को दे दिया।

अब आने वाले समय में 2025 से लेकर 2033 तक 8 वर्षों तक बृहस्पति लगातार अतिचारी रहेंगे। जिसके कारण 8 वर्षों में पूरी दुनिया का नक्शा ही बदल जाएगा। 2033 के बाद इस पृथ्वी पर जो लोग जीवित बचेंगे उन्हें भरोसा ही नहीं होगा की दुनिया कभी इस तरह की रही होगी। अत्यंत आश्चर्यजनक तरीके से पूरी दुनिया बदल चुकी होगी। देव गुरु बृहस्पति इस दुनिया को और इस दुनिया वालों को स्वयं को बदलने के लिए मजबूर कर देंगे। आईए जानते हैं की देवगुरु बृहस्पति के इस अतिचारी प्रकोप का पूरी दुनिया पर और दुनिया वालों पर क्या असर पड़ने वाला है?

31 मार्च 2025 तक देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में रहेंगे। तब तक सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहेगा। 9 अप्रैल 2025 को देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में आएंगे। नियम के अनुसार तो होना यह चाहिए की 13 महीने तक लगातार देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में विराजमान हों।किंतु ऐसा नहीं होगा। देवगुरु बृहस्पति 2 अक्टूबर 2025 को कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। अर्थात् 6 महीने में ही अतिचारी होकर मिथुन राशि को पार कर जाएंगे और कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। 23 दिसंबर 2025 को वक्री होकर अपनी पिछली राशि मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सर्वाधिक दुर्घटनाओं का दौर 2 अक्टूबर से आरंभ होगा और फिर 23 दिसंबर 2025 से लेकर 2033 तक पूरी दुनिया में अफरा तफरी मच जाएगी। पूरी दुनिया में अशांति और उपद्रव बढ़ जाएगा। दुनिया के कई देश आपस में टकराकर युद्ध आरंभ कर देंगे। भयानक महामारी, एक नई बीमारी का प्रारंभ होगा।प्राकृतिक प्रकोप बढ़ जाएगा। भूकंप, सुनामी, बाढ़,सूखा, ज्वालामुखी फटने, अग्निकांड, हवाई दुर्घटना, ट्रेन दुर्घटना, आपस में वाद विवाद भयानक तरीके से कष्ट देना प्रारंभ कर देंगे।

देवगुरु बृहस्पति लंबे समय तक चलने वाली बीमारी के कारक ग्रह माने जाते हैं। अतः 2025 के मध्य से लेकर 2026 के अंत तक पूरी दुनिया में एक नई महामारी, एक नई बीमारी की शुरुआत होगी। जिससे भयानक तरीके से जीवन की हानि होने लगेगी। लोग अपनी जान बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय करने लगेंगे। इन बीमारियों का दौर 2033 तक चलेगा और इस बीच इस संसार से कई लोग विदा हो चुके होंगे। इसलिए अपना और अपने परिवार का बेहद ध्यान रखें। उनकी सुरक्षा का, उनके स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखें। बृहस्पति ग्रह पृथ्वी के संरक्षक हैं। उनके कुपित होने के कारण पूरी दुनिया में भयानक परिवर्तन होगा। पृथ्वी से लेकर आकाश तक, जलवायु से लेकर आर्थिक स्थिति में आश्चर्यजनक परिवर्तन होगा।

आठ वर्षों के इस भयंकर कष्टदायक समय में पूरी दुनिया में मौसम और जलवायु का परिवर्तन हो जाएगा। जिसके कारण हमें भी अपने जीवन में बेहद बदलाव करने होंगे। ताकि पृथ्वी कम से कम हम सबके रहने लायक बन सके। देवगुरु बृहस्पति धन के, आर्थिक मामलों के और कोष अर्थात् खजाने के कारक ग्रह माने जाते हैं। बृहस्पति के इस अतिचारी प्रभाव के कारण पूरी दुनिया में अजीब तरीके से अर्थव्यवस्था बदल जाएगी। पूरी दुनिया के लोगों की आर्थिक कठिनाइयां बढ़ेंगी। महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाएगी। महंगाई की मार लोगों का जीना मुश्किल कर देगी। सारे राजयोग निष्फल हो जाएंगे। लोगों की जन्म कुंडलियों में बड़े-बड़े राजयोग अपना शुभ फल नहीं दे पाएंगे। जिसके कारण लोगों को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। अलग-अलग तरह की अजीब सी बीमारियां इस पृथ्वी पर आ जाएंगी। जिसके कारण लोग परेशान हो जाएंगे।

हालांकि देवगुरु बृहस्पति एक शुभ ग्रह हैं। पृथ्वी के संरक्षक हैं। अतः उन बीमारियों से बचने का समाधान भी बृहस्पति की कृपा से हम पृथ्वी वासियों को प्राप्त हो जाएगा। किंतु जिन व्यक्तियों की इस पृथ्वी पर आवश्यकता नहीं है उनको समाप्त करने के बाद ही बीमारियों से बचने का समाधान मिलेगा।

देवगुरु बृहस्पति अध्यात्म के धर्म के प्रबल कारक माने जाते हैं। अब उनके अतिचारी हो जाने के कारण पूरी दुनिया में धर्म विवाद बढ़ेगा। एक धर्म दूसरे धर्म से भयंकर तरीके से टकराएंगे। पूरी दुनिया में धार्मिक और आध्यात्मिक विवाद बढ़ जाएगा। आध्यात्मिक मुश्किलें पूरी दुनिया को तबाह कर देगी। जिसके कारण दंगे फसाद होंगे। जान माल का नुकसान होगा। इस संसार से कई ऐसे धर्म जो विवादित होंगे उनका पूरी तरह से समापन हो जाएगा।

दुनिया की शक्ति भी बदल चुकी होगी। अमेरिका जो आज सबसे शक्तिशाली देश है। इसकी शक्ति समाप्त हो जाएगी और दुनिया का कोई अन्य देश 2033 के बाद सबसे शक्तिशाली देश के रूप में उभर कर सामने आएगा।

इस प्रकार देवगुरु बृहस्पति का अतिचारी प्रभाव 2025 से 2033 तक पूरी दुनिया को पूरे संसार को बदल कर रख देगा। 2033 के बाद ऐसा प्रतीत होगा जैसे हम सब एक नए युग में प्रवेश कर गए हैं। पूरी दुनिया के लोगों का रहन-सहन, जीने का ढंग, तौर तरीका सब कुछ एकदम से बदल चुका होगा।

महादेव और मां जगदंबा हम सब पर कृपा करें । हम सब पृथ्वी वासियों को आने वाले इस भयानक संकट से सुरक्षित रखें। हमारी जान माल की सुरक्षा करें। हम सबको निरोगी काया और दीर्घ जीवन प्रदान करें।

लोक: समस्ता: सुखिनो भवन्तु।🙏🙏
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