Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मेरी सोच

मेरी सोच

जिसे निभा न सकूँ,
ऐसा वादा नही करता..!
मैं बातें अपनी हद से,
ज्यादा नहीं करता.. ।।


तमन्ना रखता हूं
आसमान छू लेने की..।
लेकिन औरो को गिराने का।
कभी इरादा नहीं रखता..।।


जीवन के हर मोड पर,
सुनेहरी यादों को रहने दो।
जुबां पर हर वक्त,
मिठास रहने दो।
ना खुद रहो उदास।
ना दुसरों को रहने दो।
जीवन की यादो को
जीवित रहने दो।।


जिसके दिल में, प्यार नहीं।
वो आजादी का, हक़दार नहीं।
मेरा वतन, गुलज़ार है।
यहाँ ख़ारों से, इक़रार नही..।।


तेरी रहमत का असर,
दुआओं मे पाया है l
आई जब भी मुसीबत,
तूने ही साथ निभाया है l
कैसे कह दूँ मालिक के तेरा
और मेरा कोई रिश्ता नहीl
गिरा मेरा जब भी अश्क,
इसमें तेरा ही चेहरा नज़र आया है..।।


जय जिनेंद्र

संजय जैन " बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ