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मुसीबतें: सफलता के लिए सीढ़ियां"

मुसीबतें: सफलता के लिए सीढ़ियां"

पंकज शर्मा
"जिंदगी है तो मुसीबतें भी होंगी, याद रहे सितारे कभी भी अंधेरे के बिना नहीं चमकते.." ये पंक्तियां जीवन के सार को बखूबी बयां करती हैं। जीवन का चक्र कभी भी एक जैसा नहीं रहता। सुख-दुख, जीत-हार, उतार-चढ़ाव ये सब जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। मुश्किलें आना स्वाभाविक है, लेकिन इन मुश्किलों को अवसर के रूप में देखना ही जीवन की सफलता की कुंजी है।

अक्सर हम मुश्किलों से घिरकर हताश हो जाते हैं, निराशा के अंधेरे में खो जाते हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इन्हीं मुश्किलों से हम मजबूत बनते हैं। जैसे कोई सितारा अंधेरे में ही अपनी चमक बिखेरता है, वैसे ही हम भी मुश्किलों को पार करके ही अपनी क्षमताओं को पहचान पाते हैं।

मुश्किलें हमें चुनौती देती हैं, हमें सोचने पर मजबूर करती हैं, और हमें अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर करती हैं। ये हमें सिखाती हैं कि कैसे गिरकर उठना है, कैसे असफलता से सीखना है, और कैसे आगे बढ़ना है। मुश्किलें ही हमें जीवन के असली मायने समझाती हैं।

इतिहास गवाह है कि महान व्यक्ति हमेशा मुश्किलों का सामना कर ही हुए हैं। उन्होंने इन मुश्किलों को कभी भी अपने आगे नहीं हार मानने दिया। उन्होंने इन्हें एक चुनौती के रूप में लिया और अपनी मेहनत और लगन से सफलता के नए आयाम स्थापित किए।

अंत में, हमें यह समझना चाहिए कि जीवन की यात्रा में मुश्किलें आना स्वाभाविक है। हमें इनसे डरना नहीं चाहिए, बल्कि इनका सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि मुश्किलें हमें कमजोर नहीं बनातीं, बल्कि हमें मजबूत बनाती हैं।

आइए, हम सभी मिलकर मुश्किलों का सामना करने की शक्ति जुटाएं और अपने जीवन को सफल बनाएं।

. "सनातन"
(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार) 
 पंकज शर्मा (कमल सनातनी)
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