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शून्य से शिखर : एक संघर्ष का सफ़र

शून्य से शिखर : एक संघर्ष का सफ़र

"शून्य से बहुमूल्य होने तक का सफ़र, अनगिनत ठोकरों से होकर गुजरता है..." ये पंक्तियाँ जीवन के सत्य को बखूबी बयां करती हैं। जीवन का यह सफ़र कभी आसान नहीं होता। इसमें हमें कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। असफलताएँ, निराशाएँ, और चुनौतियाँ हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं। लेकिन यही असफलताएँ हमें मजबूत बनाती हैं और हमें सफलता की ओर ले जाती हैं।

कई बार हम जीवन में ऐसी परिस्थितियों से गुजरते हैं, जब हम खुद को शून्य महसूस करते हैं। लगता है कि हमारे पास कुछ भी नहीं है। लेकिन हमें हार नहीं माननी चाहिए। हमें अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना चाहिए। हमें मेहनत करते रहना चाहिए। हमें अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए।

इतिहास गवाह है कि कई महान लोगों ने शून्य से शुरुआत करके इतिहास रचा है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफलता के शिखर को छुआ है। उन्होंने दिखाया है कि असंभव कुछ भी नहीं है। बस हमें अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना चाहिए और कड़ी मेहनत करते रहना चाहिए।

जीवन में सफलता पाने के लिए हमें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हमें कई बार असफलता का सामना भी करना पड़ता है। लेकिन हमें इन असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए। हमें इन्हें सीखने का एक अवसर मानना चाहिए। हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।

जीवन में सफलता पाने के लिए हमें धैर्य रखना बहुत जरूरी है। हमें तुरंत परिणाम की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हमें मेहनत करते रहना चाहिए और समय पर विश्वास रखना चाहिए। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि सफलता रातोंरात नहीं मिलती है। इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होती है।

. "सनातन"
(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार)
 पंकज शर्मा (कमल सनातनी)
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