तेरा गुलाम हुआ
---: भारतका एक ब्राह्मण.संजय कुमार मिश्र 'अणु'
जब ये दिल तेरा गुलाम हुआ।
सारी दुनिया में गुमनाम हुआ।१।
भले हीं ये मेरे जुबान बंद रहे,
निगाहें डाल दुआ सलाम हुआ।२।
सारी साजिशें धरी की धरी रही,
चोरी-चोरी हीं पर वो काम हुआ।३।
मुहब्बत हवा से बात करती है,
इश्क का घोड़ा बेलगाम हुआ।४।
हम तो बस उसे देखते रह गए-
कुछ ऐसा हीं तामझाम हुआ।५।
हम कहते तो उससे क्या कहते,
हालात हीं ऐसा त्राहिमाम हुआ।६।
वहां सबके सब नंगे नाच रहे थे,
सारा माहौल मानों हमाम हुआ।७।
संवेदना को ढूंढते रह गया "अणु"
हाल-ए-दिल मेरा काम तमाम हुआ।८।
----------------------------------------
वलिदाद,अरवल(बिहार)८०४४०२.
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com