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विद्या भारती के विद्यालयों में दी जा रही भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा:-डा.पूजा

विद्या भारती के विद्यालयों में दी जा रही भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा:-डा.पूजा

महर्षि विश्वविद्यालय,नोएडा के तत्वावधान में एकदिवसीय संगोष्ठी का विधिवत उद्घाटन पूर्व राज्यपाल श्री गंगा प्रसाद, महर्षि विश्वविद्यालय के निदेशक रतीश गुप्ता, शिक्षाविद् व शैलपुत्री कात्यायनी फाऊंडेशन के निदेशक डा.पूजा दीदी, पूर्व डीजीपी सुरेश प्रसाद भारद्वाज, समाजसेवी बिमल जैन, साहित्य प्रेमी व हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना के अध्यक्ष अनिल सुलभ सहित अन्य गणमान्य महानुभावों के सौम्य उपस्थिति में दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन कर किया गया।इस अवसर पर वक्ताओं ने सनातन संस्कृति युक्त शिक्षा देकर भावी पीढ़ी को योग्य नागरिक बनाने का आह्वान किया। सुप्रसिद्ध शिक्षाविद व शैलपुत्री कात्यायनी फाऊंडेशन के निदेशिका डा.पूजा दीदी ने शिक्षा पद्धति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा भारतीय संस्कृति, सभ्यता एवं जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा देने का बेहतर कार्य कर रही है।भारत सरकार के द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रीय शिक्षा नीति- २०२० में विद्या भारती द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार व संस्कृतियुक्त शिक्षा का प्रत्यक्ष दर्शन हो रहा है।शिक्षा क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले विद्या भारती के कतिपय प्रधानाचार्य बंधु -भगिनी को अंगवस्त्र, प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया जिसमें शैलपुत्री कात्यायनी फाऊंडेशन के निर्देशिका डा.पूजा दीदी, सरस्वती विद्या मंदिर, शास्त्री नगर, पटना के प्रधानाचार्य राकेश कुमार मिश्र, फुलवारी श्री के प्रधानाचार्य सुसुम यादव, कदमकुआं के प्रधानाचार्य अमित कुमार सिंह एवं नौबतपुर के प्रधानाचार्य मुकेश मिश्र सम्मिलित रहे।
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