बाजारवाद पर अंकुश,उपभोक्ता चेतना से
सही कीमत उत्तम सामग्री सेवा,हर उपभोक्ता परम अधिकार ।
पटाक्षेप अवांछित भ्रामक बिंदु,
वंदन वैध व्यापार व्यवहार ।
गुणवत्ता संग उचित मूल्य अहम,
क्षतिपूर्ति प्रदत्त नियम अवहेलना से ।
बाजारवाद पर अंकुश,उपभोक्ता चेतना से ।।
हिंद राष्ट्र उपभोक्ता हित,
संरक्षण अधिनियम प्रावधान ।
सदा सशक्त वैधानिक प्रहरी,
नित तत्पर समस्या समाधान ।
उन्नीस सौ छियासी वर्ष शोभना,
मुक्ति व्यावसायिक शोषण रेतना से ।
बाजारवाद पर अंकुश,उपभोक्ता चेतना से ।।
सुरक्षा संसूचना चयन,
उपभोक्ता नैतिक परिक्षेत्र ।
सुनवाई परितोष शिक्षा ,
खुशियां आह्लादित नेत्र ।
क्रय अड़तालीस घंटे अंतर,
शिकायत सहर्ष निवेदना से ।
बाजारवाद पर अंकुश,उपभोक्ता चेतना से ।।
उपभोक्ता हितार्थ त्रिस्तरीय व्यवस्था,
जिला राज्य राष्ट्र स्तर आयोग ।
पच्चास लाख रुपए तक जिला,
राज्य दो करोड़ आधिक्य राष्ट्र अभियोग ।
व्यवसाय उपभोक्ता मधुर संबंध ,
ध्येय परस्पर हित रक्षा परिवेदना से ।
बाजारवाद पर अंकुश, उपभोक्ता चेतना से ।।
कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
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