क्या हाल सुनाऊँ में
दिलका हाल बताऊँ क्याकहते हुए शर्म आती है।
मन की व्यथा भी मेरी
कुछ ऐसा बताती है।
जो दिलकी बातें सुनता है
पर दिलको नही समझती है।
पर खुदकी किस्मत पर वो
सदा ही रोता रहता है।।
मानव की है कुछ विशेषताए
जो मानव ही दिखलाता है।
मन की बातें सुनकर वो
मन को ही सहलाता है।
दिल दिमाग से सोचकर
दिलको वो बहलाता है।
प्यार मोहब्बत वो करता है
पर कहने से वो डरता है।।
दिन रात सोच-सोच कर
एकाकी सा बन जाता है।
प्यार की छोटी-छोटी बातें
उससे कहने को वो डरता है।
जिससे वो करता है प्यार
पर इजहार नही कर पाता है।
बस उसके बारे में सोचकर
याद उसे ही करता है..।।
जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com