Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

यदि चाहते इतिहास दोहराना,

यदि चाहते इतिहास दोहराना,

ब्रह्मण का फिर मान बढाना,
ज्ञान दीप जलाना होगा,
वेदों का भी सार समझना,
अंतरिक्ष तक जाना होगा।
जातिगत ब्राह्मण से बढकर
विद्वान बन जाना होगा।
वेद ऋचाओं के भी सारी
ब्राह्मण नही रचयिता थे,
परशुराम और वाल्मिकी भी
नही जन्मना ब्राहमण थे।
ब्राह्मणवाद की अलख जगाकर
फिर किस दानव को कुचलोगे,
अहंकार की अलख जगाकर
ब्राह्मण को ही मसलोगे।


अ कीर्तिवर्धन

हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ