मुख्यमंत्री ने पूर्णिया जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की
मुख्यमंत्री ने पूर्णिया जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की
- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
पटना, 28 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में पूर्णिया जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय परिसर में नवनिर्मित महानंदा सभागार में समीक्षात्मक बैठक की।
समीक्षात्मक बैठक में पूर्णिया के जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10$2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोट्र्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन/परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णाेद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। पूर्णिया के जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार ने जिले में चल रही विकासात्मक कार्यों की जानकारी दी है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। हमारा उद्देश्य है कि हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो। वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में विकास का जो काम किया है, उसे याद रखियेगा। हम प्रारंभ से ही पूरे बिहार का दौरा समय-समय पर करते रहे हैं। हर क्षेत्रों में विकास के कार्य कराये गये हैं, आप सब उसे भूलिएगा मत।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे जिसे हमने खत्म किया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। सड़कों का काफी अभाव था। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। जब हम सांसद और केंद्र में मंत्री थे तो सड़कों की स्थिति खराब होने के कारण मुझे अपने क्षेत्र में काफी पैदल घूमना पड़ता था। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है। शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है। बिहार में पहले बिजली की स्थिति काफी दयनीय थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न के बराबर रहती थी। राजधानी पटना में भी 8 घंटे से अधिक बिजली की आपूर्ति नहीं होती थी। वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। हमलोगों ने कोई काम नहीं छोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (पी०एम०सी०एच०) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस०, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। खुले में शौच करने से लोगों को अनेक प्रकार की बीमारियां होती थीं, जिन परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए जगह नहीं थी, उनके लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसीन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने आदि का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अब तक कुल 4 चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने वर्ष 2006 में विष्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या को बढ़ाया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम ‘आजीविका’ दिया। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। हमलोगों ने वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी दूसरे राज्य की पुलिस बल में महिलाओं की संख्या उतनी नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्णिया जिले में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं, यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान एवं अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। यहां पूर्णिया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2011 में भोला पासवान शास्त्री कृषि विष्वविद्यालय की स्थापना की गई। पूर्णिया विष्वविद्यालय की भी स्थापना की गई। पूर्णिया में जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया गया। बनमनखी तथा जानकी नगर में दो अनुसूचित जाति जनजाति आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया। 520 आसनवाले अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया। बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का पूर्णिया में स्थापना की गई, इससे पूर्णिया एवं भागलपुर शहर के मदरसा शिक्षकों और छात्रों को लाभ हो रहा है। पूर्णिया में गुलाबबाग कृषि बाजार समिति को पुनर्जीवित किया जा रहा है। पूर्णिया मुख्य पथ के 6 लेन का चैड़ीकरण कराया गया। धमदाहा से रूपौली तथा धमदाहा से बिहारीगंज तक राज्य उच्च पथ का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2007 में आई बाढ़ में कई पुल, पथ क्षतिग्रस्त हो गए थे जिसे उस समय हम देखने आए थे, अब सबका पुनर्निर्माण कार्य करा दिया गया है। पूर्णिया जिले के अभयपुर घाट में महानंदा नदी पर 1 हजार 113 मीटर लंबे पुल का निर्माण कराया जा रहा है। पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार ने 52 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है। 39 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 224 का निर्माण भी जल्द पूरा करा लिया जाएगा। 4 विद्युत सब स्टेशन तथा 35 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है। 45 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है जिससे किसानों को 13 हजार 774 बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो। 35 हजार 474 स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है जिससे 4 लाख 52 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। 6 जीविका दीदी की रसोई का निर्माण कराया गया है।
पूर्णिया जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
- पूर्णिया जिले में सब तरह के काम करा दिये हैं कुछ नये काम और कराये जायेंगे।
- राष्ट्रीय उच्च पथ-107 के भुटहा मोड़ से लेकर राज्य उच्च पथ-60 तक बाईपास का निर्माण कराया जायेगा।
- पूर्णिया जिले के कृत्यानन्दनगर प्रखंड में स्थित माँ कामाख्या देवी मंदिर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया जायेगा।
- पूर्णिया शहर के रंगभूमि मैदान में स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जायेगा, इससे खेल को बढ़ावा मिलेगा।
- माता पूरन देवी मंदिर के परिसर का विकास एवं सौंदर्यीकरण एवं मंदिर तक पहुँचने हेतु नये सम्पर्क पथ का निर्माण किया जायेगा।
- पूर्णिया शहर में नये अंतर्राज्यीय बस अड्डे का निर्माण किया जायेगा।
- कसबा प्रखंड में कारी-कोशी नदी पर बांध का निर्माण किया जायेगा, इससे लोगों को बाढ़ के खतरे से निजात मिलेगी।
- काझा-कोठी को पर्यटक स्थल के रूप में मिथिला हाट की तर्ज पर विकसित किया जायेगा।
- धमदाहा से पूर्णियाँ सड़क राज्य उच्च पथ-65 की फोरलेनिंग की जायेगी एवं पूर्णियाँ एयरपोर्ट से सीधे जोड़ा जायेगा।
- पूर्णिया जिले के 10 प्रखंडों क्रमशः अमौर, कसबा, कृत्यानन्दनगर, धमदाहा, पूर्णिया, बनमनखी, रूपौली, वायसी, वैंसा एवं बड़हराकोटठी में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण कराया जायेगा।
- इन सब कामों को करा दिया जायेगा और इसके अतिरिक्त पूर्णिया जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जायेगा। बिहार के हर क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और तेजी से काम होगा। इसके लिए आप सबको बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले वाले लोग कुछ काम नहीं किए, केवल बात बनाते रहे। किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधि हों, उनके सुझाव का हमलोग सम्मान करते हैं। उनके इलाके की जो भी मांगें होंगी, उन सबको पूरा किया जाएगा। हमलोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सबके हित में काम करते रहेंगे। केंद्र सरकार से भी काफी सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से भी कई विकास कार्य किए जा रहे हैं। हमलोग भाजपा के साथ शुरू से ही रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया। हम काम में विष्वास करते हैं, लोगों की सेवा करते हैं, अपने लिए कुछ नहीं करते हैं। लोगों के हित में शुरू से काम करते रहे हैं। आप सभी का मैं पुनः अभिनंदन करता हूं।
जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा और प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
समीक्षा बैठक के पूर्व समाहरणालय परिसर स्थित नवनिर्मित महानंदा सभागार के विस्तारीकरण कार्य का मुख्यमंत्री ने शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया।
समीक्षा बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चैधरी, जल संसाधन, संसदीय कार्य मंत्री सह पूर्णिया जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, खाद्य उपभोक्ता एवं संरक्षण विभाग की मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ श्री पप्पू यादव, विधायक श्री अख्तरूल ईमान, विधायक श्री अफाक आलम, विधायक श्री कृष्ण कुमार ऋषि, विधायक श्री विजय कुमार खेमका, विधायक श्री सैयद रुकनुद्दीन अहमद, विधायक श्री शंकर सिंह, नगर निगम की महापौर श्रीमती विभा कुमारी, जिला परिषद की अध्यक्ष श्रीमती वहिदा सरवर, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री प्रकाश सिंह, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री राकेश कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, पूर्णिया प्रमंडल के आयुक्त श्री राजेश कुमार, पूर्णिया प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री प्रमोद कुमार मंडल, पूर्णिया जिला के जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार, पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय कुमार शर्मा उपस्थित थे।
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