हिंद ह्रदय पुलकित,तिरंगे को निहार
नील गगन शीर्ष तिरंगा,अंतर शोभित नव संदेश ।
विश्व पटल अनूप अनुपम,
हमारा प्रिय भारत देश ।
केसरिया रंगी आभा नित,
बुलंद वीरता पराक्रम विचार ।
हिंद ह्रदय पुलकित,तिरंगे को निहार ।।
श्वेत वर्णी अप्रतिम शोभा,
शांति सौहार्द परिचायक।
हरित रंग अंतरतम रश्मियां ,
सदा सुख समृद्धि प्रदायक ।
नील वर्ण चक्र नित्य वंदित,
सतत प्रगति पथ विसार।
हिंद ह्रदय पुलकित,तिरंगे को निहार ।।
राष्ट्र ध्वज साक्षात गवाह,
मातृभूमि रक्षा स्वाभिमान ।
पुनीत पावन प्रेरणा सानिध्य,
आत्मसात दिव्य भव्य कीर्तिमान ।
परम साक्षी आजादी मंजर,
दर्शक रण बांकुरी निसार ।
हिंद ह्रदय पुलकित, तिरंगे को निहार ।।
वंदित स्नेह प्रेम भाईचारा,
देश प्रेम जागृति सेतु ।
रक्षित निज गौरव प्रतिष्ठा,
नवगीत विजय श्री हेतु ।
मोहक सोहक प्रियल छवि,
नित तत्पर वैश्विक पटल विहार ।
हिंद ह्रदय पुलकित,तिरंगे को निहार ।।
*कुमार महेंद्र*
(स्वरचित मौलिक रचना)
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