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गुरुकुल संस्कृति के पितामह देवदत्त प्रसाद का हुआ निधन- शिक्षा जगत हुआ शोककुल

गुरुकुल संस्कृति के पितामह देवदत्त प्रसाद का हुआ निधन- शिक्षा जगत हुआ शोककुल

दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा की कलम से |

शिक्षा जगत में गुरुकुल संस्कृति के पितामह देवदत्त प्रसाद के आकस्मिक निधन से शोक की लहर है। उक्त जानकारी IFWJ के महासचिव सुधीर मधुकर ने दी।

उन्होंने बताया कि स्व देवदत्त प्रसाद से शिक्षा पाने वाले और स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में हेमजापुर के साथ साथ आसपास के सभी गांवों में उन्होंने अमिट छाप छोड़े थे, इसलिए यह कहना न्याय संगत है कि हमलोगों के बीच से एक युगपुरुष का चला जाना अत्यंत दुखद। स्व देवदत्त प्रसाद तीन तीन पीढ़ी को पढ़ाने वाले शिक्षकों में से एक थे।

श्री मधुकर ने बताया कि पूरे भारत में स्व देवदत्त प्रसाद से पढ़े विद्यार्थी अनेक महत्वपूर्ण पदों से कार्योंपरांत सेवानिवृत हो चुके हैं और बहुत लोग अभी भी सेवा में हैं। स्व देवदत्त प्रसाद से गुरुकुल संस्कृति के साथ जिसने भी शिक्षा ग्रहण किया है उनका पढ़ाई के साथ साथ सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास हुआ है।

उन्होंने बताया कि देवदत्त प्रसाद के निधन से हैप्पी पटना फैमिली सहित इंदिरा आईवीएफ के बिहार हेड डॉ दयानिधि, मेदांता अस्पताल के न्यूरो निदेशक डॉ प्रभात रंजन, आई०जी० आई०एम०एस० के सर्जन डॉ प्रेम प्रकाश, डॉ सौरभ, डॉ अमित आनंद, डॉ रणधीर, डॉ पूजा ,पत्रकार सुधीर मधुकर, मुकेश कुमार, राकेश कुमार,बीरेंद्र वर्मा, अनिल कुमार, मनोज कुमार, प्रियदर्शी कुमार, देवेश कुमार, अन्नू वर्मा, पिंकी कुमारी, ई अंजनी कुमार, ई इंदुभूषण शरण, ई भूपेश सिंह, ई पंचम आदि शोक प्रकट करते हुए कहा कि हेमजापुर, मुंगेर निवासी देवदत्त प्रसाद शिक्षा जगत के पितामह थे।

श्री मधुकर ने बताया कि स्व देवदत्त प्रसाद स्थानीय उच्च विद्यालय, सुंदरपुर के प्राचार्य थे। जिन्होंने अपने घर पर भी निःशुल्क शिक्षा देकर, न जाने कितने चिकित्सक और अभियंता बनाने का गौरव प्राप्त किया है। इतना ही नहीं अपने परिवार के करीब 47 लोगों में से करीब दो दर्जन से अधिक चिकित्सक और अभियंता के साथ साथ अन्य पदों पर रह कर सेवा दे रहे हैं और सेवानिवृत भी हुए हैं।

उन्होंने बताया कि स्व देवदत्त प्रसाद अपने पीछे पुत्र सेवानिवृति प्रधानाध्यापक परमात्मा शरण सिंह, ई इंदुभूषण सिंह प्रशांत, ई भूपेश प्रसाद सिंह, ई पंचम, ई शशीष के अतिरिक्त पुत्री डॉ मंजुला रानी मंडल एवं मृदुला पटेल को छोड़ गए हैं।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त इन के अपने परिवार के 47 लोगों में सुमिता सिंह, मीना मंडल, डॉ भोपाल प्रसाद मंडल, डॉ अमित, डॉ अतुल, डॉ पूजा, ई अंजनी कुमार, ई शुभम सौरभ, सुशांत सौरभ, ई अंकित कुमार, ई निशांत आदि शामिल है।
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