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मरणोपरांत नवनीत शर्मा को मिला महाकवि काशीनाथ पाण्डेय शिखर सम्मान

मरणोपरांत नवनीत शर्मा को मिला महाकवि काशीनाथ पाण्डेय शिखर सम्मान 

  • कलाकक्ष के ४७वें स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित हुईं अनेक साहित्यिक-सांस्कृतिक विभूतियाँ ,हुई रंगारंग भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, लगायी गई चित्र-प्रदर्शनी । 
पटना, ३१ जनवरी। साहित्य तथा भारतीय कलाओं के संरक्षण, प्रशिक्षण और मंचन के लक्ष्य से महाकवि काशीनाथ पाण्डेय द्वारा स्थापित संस्था 'कलाकक्ष' का ४७वाँ स्थापना दिवस समारोह, शुक्रवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में मनाया गया। साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ की अध्यक्षता में आयोजित इस भव्य समारोह में स्मृतिशेष रंगकर्मी नवनीत शर्मा (मरणोपरांत), मिर्ज़ापुर (उत्तर प्रदेश) के वरिष्ठ साहित्यकार गणेश गम्भीर, वरिष्ठ पत्रकार रमाकान्त चंदन तथा गीता जैन (समाज सेवा के लिए) को वर्ष २०२४ का 'महाकवि काशीनाथ पाण्डेय शिखर सम्मान' प्रदान किया गया। प्रतिभाशाली युवाकवि सूर्य प्रकाश उपाध्याय को 'महाकवि काशीनाथ पाण्डेय शिखरोत्सुक सम्मान' प्राप्त हुआ।
समारोह का उद्घाटन लक्ष्मी नारायण पोद्दार ने दीप-प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर पद्मश्री प्रो श्याम शर्मा, डा वेद प्रकाश, डा जैनेंद्र दोस्त, मनीष सिंह ठाकुर तथा रंजय चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आरंभ में अतिथियों का स्वागत संस्था के महासचिव अविनय काशीनाथ पाण्डेय ने किया। 
समारोह की अध्यक्षता करते हुए सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि महाकवि काशीनाथ पाण्डेय ने, जो स्वयं एक विलक्षण प्रतिभा के प्रयोगधर्मी कवि और कला-दायित्व के प्रति समर्पित महापुरुष थे, जिन संकल्पों के साथ 'कलाकक्ष' की स्थापना की थी, वह उनके पुत्र अविनय काशीनाथ पाण्डेय और उनकी पुत्रवधु डा पल्लवी विश्वास के समर्पण और निष्ठा से सफल-काम हुए हैं। 
इस अवसर पर कलाकक्ष के संगीत प्रशिक्षण केंद्र 'नृवागा संगीत अकादमी' के प्रशिक्षुओं द्वारा भव्य और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें अपूर्वा, आव्या, शताक्षी, सानंदा, तनीसी, अभीता, ऐलिना ने 'भरत-नाट्यम', दिशानि, मिशिका, वैदेही, आराध्या, अगम्या, काशिका, अभिज्ञा, अंशिता, नव्या, नूपुर, दर्शिता, रमा लकी, कोमल, लवली, नंदिनी, आकृति, साक्षी, दिव्या, पूनम, माही, अवनी, काव्या, शैव्या, माहिका, कृतिका, आर्णा, तृप्ति आदि ने 'कथक', काशिका पाण्डेय ने 'वायलिन' तथा अंशुमान ने तबला (एकल वादन) की सुंदर प्रस्तुति दी। अलका, वेदान्त, आद्या, नयन, धैर्य, निगम कुमारी, अचिंत्य, बेबी, साक्षी और परी ने गायन की प्रस्तुति दी। संस्थान के चित्र-कला के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी थी, जिसे दर्शकों की पर्याप्त सराहना प्राप्त हुई। 
समारोह में वर्ष २०२४ के लिए अंशुमान को 'लक्ष्मी निवास पोद्दार वाद्य-वादन पुरस्कार', शास्त्र भारद्वाज को 'शैलबाला पोद्दार प्रदर्श्य कला पुरस्कार', रौशन महाराज को 'बिंद्रा प्रसाद गौड़ गायन पुरस्कार', राशि आनन्द को 'आचार्य नगेंद्र प्रसाद मोहिनी नृत्य पुरस्कार' तथा मिशिका मयूरी, अपूर्वा मिश्रा, दिशानि, वेदात वैभव तथा शताक्षी को 'संकल्पी प्रशिक्षु पुरस्कार' दिए गए। बेबी कुमारी, निगम कुमारी, सुनीता देवी, पूनम कुमारी, अंजु सिन्हा और धीरेंद्र कुमार भी सम्मानित किए गए। मंच का संचालन डा पल्लवी विश्वास और श्वेता सुरभि ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि बच्चा ठाकुर, प्रो सुशील कुमार झा, कृष्ण रंजन सिंह, प्रवीर कुमार पंकज डा मीना कुमारी परिहार आदि बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
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