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खुद जग गये

खुद जग गये

हालातों ने ने ...
हालातो ने इंसानो को 
क्या कुछ दिखा दिया। 
की लोग तड़पने लगे 
अपनो से मिलने को। 
हालातो ने इंसानो को
क्या कुछ दिखा दिया।। 

क्योंकि अब भरोसा नही है 
उसे खुद की जिंदगी का। 
इसलिए बची जिंदगी को
अपनो के साथ जीना चाह रहा।
ये दौर कैसा आ गया
मरने और जीने का। 
हालातों ने इंसानो को 
क्या कुछ दिखा दिया...।। 

कितना स्वर्थी है ये इंसान
जब मौज मस्ती का दौर था। 
तब अकेला अपनी बीबी 
बच्चों के साथ मौज किया। 
और अपनो के लिए एक 
बेगाना सा बन गया था। 
और छोड़कर परिजनों को
खुदके लिए जिये जा रहा था।। 
हालातों ने इंसानो को 
क्या कुछ दिखा दिया...।। 

कैसा खेल उस ईश्वर ने 
संसार में खेला। 
जिसे कारण सब कुछ 
दुनियाँ का बिखर गया। 
और जो जहाँ था वो वही 
रुक गया तो बच गया। 
और अपने पराये वाली 
सोच को वो भूल गया।। 
और मरे हुए जमीर को
फिर से जगा लिया।। 
हालातों ने इंसानो को 
क्या कुछ दिखा दिया...।। 

जय जिनेंद्र 

संजय जैन "बीना" मुंबई
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