मुख्यमंत्री ने जमुई जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhclY-iUvMSeuJlOFzUcRGLv0fkECQM16XRueOMu0Tb7iXIWdYKe92t0RcJE0GNVMzF6v2WjfjWUaivEH4Ck8JoG5Y7q213-6JTh0jFhONDy0TIePabPRTN2SY-P27eH-o_yHHC2Um6aFojay2Xp3G2RQmrhHwsDFJpUCPT_1ZTYDQsOAXffRTt_TTE4nMi/s320/09%20(1).jpg)
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- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
पटना, 07 फरवरी 2025:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के चैथे चरण में जमुई जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय सभाकक्ष में समीक्षात्मक बैठक की।
समीक्षात्मक बैठक में जमुई जिले की जिलाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10$2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोट्र्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, दाखिल खारिज/परिमार्जन/परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णाेद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhRZZ45ueZuNl6lFg3soCf3u2dGvUI6lQQ_ktiBKKQIxSataYKE2EP7sK9Y8e4DEADkSVCyzO9C7LdOQ5EJnCj48iD42CVoNh-OhzgwiyLqGZMgALAu9fTHamQJgtHKZrcZLODrrrQJPFA5RlagHZGfYV2AZbHfomfjIFVCxMZGthBSG6qanGnyJl8tl9he/s320/02%20(1).jpg)
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समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। जमुई की जिलाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने जिले में चल रहे विकासात्मक कार्यों की जानकारी दी है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। आज की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी जो बातें और समस्यायें रखी हैं उसे अधिकारियों ने नोट कर लिया है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रगति यात्रा के दौरान जिन जिलों का दौरा किया गया है और इस दौरान जो घोषणाएं की गई हैं, उन सबको कैबिनेट से पास कराया जा रहा है। उत्तर बिहार के जिलों में प्रगति यात्रा के क्रम में 20 हजार करोड़ रुपये की कुल 188 योजनाओं की घोषणाएं की। इसमें से मंत्रिपरिषद् द्वारा 121 योजनाओं की
स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही विभाग के स्तर पर 67 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो। वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में विकास का जो काम किया है, उसे याद रखियेगा। हम प्रारंभ से ही पूरे बिहार का समय-समय पर दौरा करते रहे हैं। प्रगति यात्रा का कार्यक्रम जब बनाया गया तो अधिकारियों ने सभी जिलों की समस्याओं के बारे में जानकारी दी और हमने उस पर काम करने के लिए कहा, अब उन सब चीजों पर काम किया जा रहा है। हर क्षेत्र में विकास के कार्य कराये गये हैं, आप लोग सब इसे याद रखिएगा। हमने सभी वर्गों एवं सभी क्षेत्रों के विकास के लिए काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। श्रद्धेय स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की केन्द्र सरकार में हम मंत्री थे। इन्होंने ही ने मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। हम शुरु से ही भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमारे और भी सहयोगी दल हैं, सभी के साथ मिलकर बिहार और देश का विकास करेंगे। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है। शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है। बिहार में पहले बिजली की स्थिति काफी दयनीय थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न के बराबर रहती थी। शहरी क्षेत्रों में भी बिजली अनियमित रुप से आठ घंटे ही रहती थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है, 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए 60 वर्ष से पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। केंद्र सरकार से भी काफी सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से भी कई विकास कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। पहले काफी कम संख्या में लड़कियां पढ़ने जाती थीं। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं। इसके साथ ही लड़कियां शाम में अपने माता-पिता को बाजार भी ले जाती हैं, यह दृश्य देखकर काफी अच्छा लगता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है एवं आगे भी की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पी०एम०सी०एच०) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस०, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। खुले में शौच करने से लोगों को अनेक प्रकार की बीमारियां होती थीं, इसी को लेकर घरों में शौचालय का निर्माण कराया गया है। जिन परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए जगह नहीं थी, उनके लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसीन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अब तक कुल 4 चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने वर्ष 2006 में विष्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह जीविका की संख्या को बढ़ाया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका एवं इससे जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम आजीविका दिया। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। अब तक शहरी इलाकों में 34 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है जिनसे 3 लाख 60 हजार जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। हमलोगों ने वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी अन्य दूसरे राज्य के पुलिस बल में उतनी नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर अब 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। हमने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमुई जिले में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान एवं अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया गया है। झाझा में अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया। साथ ही जमुई में अनुसूचित जाति आवासीय बालिका विद्यालय का निर्माण कराया गया। बरहट में नए आवासीय विद्यालय का निर्माण शुरु किया गया है। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय की भी स्थापना की गई है। जमुई में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। नेतरहाट विद्यालय की तर्ज पर वर्ष 2010 में सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई। यह नियमित रुप से संचालित है। लछुआरा में महावीर जैन मंदिर के बगल में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। मंदिर से चोरी हुई मूर्ति प्रशासन की सख्ती से बरामद की गई थी। उसके बाद सुंदर मंदिर का निर्माण कराया गया, जहां उन्हें स्थापित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां 34 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 145 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा करा लिया जाएगा। हम सबकी इज्जत करते हैं, सबका सम्मान करते हैं। जमुई जिले में हर घर बिजली पहुंचा दी गई है। यहां 2 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन तथा 22 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है। 38 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है, जिससे किसानों को 2607 बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो। 18,517 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है जिससे 2 लाख 37 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। साथ ही जिले में 4 जीविका दीदी की रसोई भी संचालित है। जमुई जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं। जो काम बाकी है, उसके साथ-साथ और नये काम भी जमुई जिले के लिए कराए जाएंगे।
जमुई जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
- अपर किउल जलाशय योजना का विस्तारीकरण एवं इससे निकलने वाली नहरों का पक्कीकरण किया जायेगा, इससे स्थानीय किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी।
- गरही डैम का ईको-टूरिज्म के दृष्टिकोण से विकास किया जायेगा, इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
- गरही से लछुआर जाने वाली सड़क पर किउल नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा, इससे लछुआर जाने वाले पर्यटकों को काफी सुविधा होगी।
- गिद्धौर स्टेडियम का पुनर्निर्माण किया जायेगा। गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय में पूर्व से निर्मित स्टेडियम काफी पुराना एवं सुविधाविहीन है, जिसके पुनर्निर्माण से युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- जमुई प्रखंड मुख्यालय से सटे पतनेष्वर धाम को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित एवं सौन्दर्यीकरण किया जायेगा, इससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।
- हरनारायणपुर चैरा पथ से सिकेरिया गाँव तक सड़क एवं पुल बनाया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।
- बरहट प्रखंड के डाढ़ा पंचायत में नकटी नदी पर दुर्गा मंदिर से पमैया तक पुल का निर्माण किया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।
- बरनार जलाशय योजना की पुनः समीक्षा कर नये सिरे से योजना के क्रियान्वयन की कार्रवाई की जायेगी। यह योजना लगभग 50 साल से लंबित है, इससे स्थानीय किसानों को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध होगी।
- जमुई जिले के चकाई में महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) की स्थापना की जायेगी, इससे छात्र/छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा।
- जमुई जिले में चकाई, जमुई सदर एवं सोनो कुल 03 प्रखंडों में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन तथा इस्लामनगर अलीगंज, बरहट एवं गिद्धौर कुल 03 प्रखंडों में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण कराया जायेगा।
- जमुई शहर के पास एक स्पोर्टस कॉम्पलेक्स का निर्माण कराया जायेगा जिसमें सूटिंग रेंज भी शामिल होगी, इससे खेलों को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब कामों को करा दिया जायेगा और इसके अतिरिक्त जमुई जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जायेगा। बिहार के हर क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और तेजी से काम होगा। किसी भी दल के प्रतिनिधि अपनी समस्यायें रखते हैं तो उसका भी हमलोग समाधान कराते हैं, हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सबके हित में काम करते रहेंगे। हमलोग बिहार के विकास में लगे हुए हैं। हम सभी लोगों के हित में शुरू से काम करते रहे हैं। आप सभी का मैं पुनः अभिनंदन करता हूं। आप सबको बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने हरित पौधा और प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
समीक्षा बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चैधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सह जमुई जिले के प्रभारी मंत्री श्री रत्नेश सादा, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, सांसद श्री अरुण कुमार भारती, विधायक सुश्री श्रेयसी सिंह, विधायक श्री दामोदर रावत, विधायक श्री प्रफुल्ल कुमार मांझी, विधान पार्षद श्री अजय कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती दुलारी देवी, नगर परिषद के अध्यक्ष मो0 हलीम, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री शैलेंद्र महतो, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री कन्हैया कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय, श्री कुंदन कृष्णन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार, जमुई के जिलाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक श्री मदन कुमार आनंद सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
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