मां शारदे वर दे
माँ शारदे की महिमा है अपरम्पार,जिनकी वंदना करते हैं हम बारम्बार ।
माँ की सेवा जो मन से करते,
विद्या रत्न अमूल्य धन पाते।
माँ तेरी आराधना से ही,
बुद्धिहीन बनते बुद्धिमान ।
अपने चरणों में आए भक्तों का,
सदा करती है तू भक्तों का कल्याण ।
ब्राह्मी, ईश्वरी, विधात्री, भारती,
हंसवाहिनी, वीणापाणि सरस्वती ।
कई ऐसे ही नाम हैं तेरे,
ज्ञान वर्षाना ही काम हैं तेरे ।
ज्ञान की ज्योति प्रवाहित कर तुम,
विमल ज्ञान भर दो जीवन में।
हर लो हम सब की कुमति,
सुमति भर दो सबके जीवन में।
विनती है तुमने मेरी हंसवाहिनी ,
मन मंदिर में बसना वीणावादिनी
नीर-क्षीर विवेकी बनने की ,
अदम्य शक्ति मुझे दो माँ सरस्वती ।
⇒ सुरेन्द्र कुमार रंजन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com