वर दे वीणावादिनी वर दे
आप हैं धवल,
आप हैं सबल,
आप हैं सफल,
आप में है आत्मबल।
वर दे वीणावादिनी वर दे
आप तारों को करती झंकृत,
आप छेड़ती मृदु संगीत,
आप इंसानों को देते ज्ञान,
वे बन जाते विद्वान।
वर दे वीणावादिनी वर दे
आप हैं वीणावादिनी,
आप हैं हंसवाहिनी,
आप हैं विद्या दायिनी,
आप हैं जगत जननी।
वर दे वीणावादिनी वर दे
आप ईर्ष्या और द्वेष मिटाती,
अज्ञानता को दूर भगाती,
संगीत की सुरीली तान बिखेरती,
दुनिया को सृजित करती।
वर दे वीणावादिनी वर दे
दुर्गेश मोहन
बिहटा, पटना (बिहार)हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें|
हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews
https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com