Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मेरे ख्वाबों का आसमान

मेरे ख्वाबों का आसमान

मेरे ख्वाबों का आसमान
है अथाह, प्यारा सा
जहां प्यार की रुई सा लहराते बादल हो
सद्भावनाओं की फुहारें हो
करुणा दया हो सबके दिलों में
घर मेल मिलाप का मंडप हो
जिसके तले संस्कार की जोत जलती रहे
मेरे ख्वाबों का आसमान
है आलीशान महल सा
जहां रिश्तों की सुंदर फुलवारी हो
रंग बिरंगे फूलों सा रिश्ते रोज खिलते रहे
कोई भी कली मुरझा न पाए
कभी कोई भंवरा किसी को तंग न कर पाए
न कलह क्लेश हो न कोई प्रतिस्पर्धा
अपनापन से जुड़े रहें सब आपस में
खुशियों से चहके महल का कोना कोना
पर हर ख्वाब नहीं बनते हकीकत
चाहे कर लें हम कितनी भी जद्दोजहद।
-सविता शुक्ला 
मुंबई


हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ