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होली 15 मार्च (शनिवार) को

होली 15 मार्च (शनिवार) को

मार्कण्डेय शारदेय:
लगता है कि इस बार भी दो दिन होली होगी।कारण कि कुछ लोग 14 मार्च (शुक्रवार) को भी बता रहे हैं। उपलब्ध विविध पंचांगों के अनुसार 13 मार्च (गुरुवार) को लगभग 10 बजे दिन से ही पूर्णिमा प्रारम्भ हो जाएगी तथा अगले दिन 14 मार्च (शुक्रवार ) को 11 बजे दिन तक रहेगी।15 मार्च (शनिवार) को चैत्र कृष्ण प्रतिपदा दिन में लगभग 01 बजे तक रहेगी।
रात्रिकालीन पूर्णिमा में ही होलिका-दहन विहित है।इसीलिए गुरुवार को ही रात में भद्रा के बाद ( रात्रि 10.37 के बाद) होलिका-दहन होगा। परन्तु; सूर्योदय व्यापिनी प्रतिपदा में ही होलिकोत्सव होता है, इसलिए 15 मार्च को ही है।
हाँ; काशी में होलिका-दहन के ठीक एक दिन बाद की परम्परा है।उस दिन पूर्णिमा हो या प्रतिपदा कोई भेद नहीं।इसी कारण काशी के ही पंचांगकार लिखते आए हैं -- 'काश्यां होली' तथा 'अन्यत्र होली'।जब होलिका-दहन के अगले दिन सुबह से ही पूर्णिमा रहती है तो लिखते हैं -- 'सर्वत्र होली'।हम धार्मिक कृत्यों का निर्णय पंचांगों से ही करते हैं, नेट से नहीं। इसीलिए मेरा मत शनिवार के पक्ष में है।
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