Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

बिहार में चुनावी हवा

बिहार में चुनावी हवा

राजनीति के समर में, कब तक किस्मत आजमाओगे।
भोली भाली जनता को, कब तक तुम मूर्ख बनाओगे।।
जब तुम बैठे गद्दी पर, बस एक बात ही समझ आया।
जितना लुट सके खुब लुटो, दूसरा कुछ भी नहीं भाया।।
गद्दी इतनी प्यारी लगी की,अपने पूरे कुनबे को बैठाया।
वादा भूला दिया जनता से तुम्हारा मन कुछ ऐसे बौराया।।
कहाँ गया विकास राज्य का, खुद का खुब विकास हुआ।
हिंसा नफरत ऐसा फैला कि, बिहार का सत्यानाश हुआ।।
जिस उम्र सब वन में जाते, भजन तपस्या करने को।
एक तुम हो जंघा पिट रहे हो,चुनाव लड़ाने और लड़ने को ।।
धूमिल तन पर नया कलेवर ओढ़ ,चुनावी समर में जाओगे।
नया नया प्रलोभन देकर, जनता को फिर मूर्ख बनाओगे।।
लाज अंतरात्मा जिनकी मर चुकी है, उनको क्या समझाना है।
जब प्रजातंत्र ही बना मूर्ख तंत्र है, फिर केवल देखते जाना है।।
अब इस प्रजातंत्र में केवल, भ्रष्ट नेताओं का बोलबाला है।
जनता का हक नोंच छीन कर, अपने परिवार को बढ़ाना है।।
जितना भी दाग लगे चरित्र पर, इसकी कुछ परवाह नहीं है।
मैला आँचल राजनीति में, इनको लगता यही सही है।।
जनमानस तुम उठो नींद से, मन में अब ऐसा विचार करो।
चुनाव यहाँ दस्तक दे रहा है, भ्रष्ट नेताओं का वहिष्कार करो।।
अगर बिहार को उन्नतशील राज्य तुम्हें बनाना है।
हिंसा मुक्त, रोजगार के अवसर युक्त, स्वप्न यहाँ सजाना है।।
तो फिर दृढ़ संकल्प करो कि, कुशल नेतृत्व ही लायेंगे ।
भ्रष्ट नेताओं को मौका न दे, बिहार को उन्नत बनाएंगे।। 
 जय प्रकाश कुंवर
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ