Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मकान और घर

मकान और घर

जिस दिन मकान घर मे बदल जायेगा,
सारे शहर का मिजाज़ बदल जायेगा।

जिस दिन चिराग गली मे जल जायेगा,
सारे गाँव का अँधेरा छँट जायेगा।

आने दो रौशनी तालीम की बस्ती मे,
बस्ती का भी अंदाज़ बदल जाएगा।

रहते हैं जो भाई चारे के साथ गरीबी मे,
खुदगर्जी का साया उन पर भी पड़ जाएगा।

दौलत की हबस का असर तो देखना,
तन्हाई का दायरा "कीर्ति" बढ़ता जाएगा।

उड़ जायेगी नींद सियासतदानो की,
जब आदमी इंसान मे बदल जाएगा।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ