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ये फ़ागुन लौट ना जाए

ये फ़ागुन लौट ना जाए


दक्षकन्या विवाह विरह से

शिव सती को रोक न पाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



जब पंचवटी में श्री राम

मां सीता को खोज ना पाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



वृंदावन की गलियों में

वो राधा दौड़ लगाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



महाभारत के युद्ध मार्ग में

पांचाली छूट ना जाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



बेरंग इस भीड़ जाल में

अपना कोई रह ना जाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



रंग दो हर गली घर द्वार को

कोई कोना छूट ना जाए

कहीं उनको रंग लगाए बिन

ये फ़ागुन लौट ना जाए



होली का ये रंगीन पर्व आप सभी के जीवन में रंगों की वर्षा कर आपके जीवन को रंग बिरंगा बनाए, इसी कामना के साथ आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं




–डॉ. प्राँशु गर्ग 🏠 सदर बाज़ार, मुज़फ्फ़रनगर (251001)


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