Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

प्यार

प्यार

देखs तानि केने बा नजर ,
तोहर दिलवर जानी ।
दिल में आके निकल गईल ,
तोहर बा नादानी ।।
चाॅंद कहले चाॅंदनी से ,
तू बात न कर तारन से ।
हमरा से तू शादी करके ,
बियाह करबु हजारन से ।।
जहाॅं ना कोई आवे जाए ,
उ जगह सून लागेला ।
प्रेम प्यार के मिलन होखे ,
प्यार के धुन बाजेला ।।
एक छोड़ हजार में जईबु ,
बोलs कवना कारण से ।
हमरा से तू शादी करके ,
बियाह करबु हजारन से ।।
तीनों जिला संहतिया हवे ,
आरा छपरा बलिया ।
बाकी सब बाराती हवे ,
वोह में कुछ सहबलिया ।।
शादीशुदा खोजत बाड़ू ,
काहे घिरना कुऑंरन से ।
हमरा से तू शादी करके ,
बियाह करबु हजारन से ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ