मानव धर्म
बहुत कुछ करने कीहम इच्छा रखते है।
कहाँ से शुरू करू
कहाँ पर अंत करू।
मिला है जीवन हमको
हमारे पूर्व कर्मों के कारण।
इसलिए फिर से हमको
अच्छे कर्म करना है।।
जो हम कर न सके
अपने पूरब जन्म में।
वो हम करना चाहेंगे
अब इस जीवन में।
इसलिए तो हम अपने
सुधारेंगे कर्मों को।
ताकि मानव जन्म हमको
फिर से मिल जाये।।
दया धर्म का भाव हम
सदा ही दिलमें रखते है।
मानव धर्म को भी हम
अच्छे से जानते है।
इसलिए हम स्वयं को
मानव सेवा में लगाते है।
और मानव होने का
हम धर्म निभाते है।।
जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com