Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

श्री हनुमंत महिमा अपरंपार

श्री हनुमंत महिमा अपरंपार

कलयुग साक्षात देव अनुपमा,
भक्तजन सर्व दुःख कष्ट हर्ता ।
अनंत सद्य मंगल फलदायक,
कर्म धर्म मनोरथ पूर्ण कर्ता ।
अंजनी सुत जन्मोत्सव बेला,
सर्वत्र साधना भक्ति आनंद बहार ।
श्री हनुमंत महिमा अपरंपार ।।


चैत्र शुक्ल पूर्णिमा अनुपम,
पवन पुत्र अवतरण तिथि ।
उत्सविक प्रभा मानस मंदिर ,
अलौकिक स्पंदन अंतर परिधि ।
संगीतमय पाठ रामेष्ट श्री चरण,
भजन कीर्तन स्वर झंकार ।
श्री हनुमंत महिमा अपरंपार ।।


पिता वायु मात अंजनी सह,
भार्या सुवर्चला मोहक उपमा ।
अति शोभित प्रभु राम सेवक,
लक्ष्मण प्राण दाता निरुपमा ।
प्रभा जानकी शोक विनाशन ,
सिय खोज उदधिक्रमण साकार ।
श्री हनुमंत महिमा अपरंपार ।।


विष्णु एकादश अवतार बिंब,
फाल्गुन सुख अनूप छवि ।
अमित विक्रम दिव्य व्यंजना,
पिंगाक्ष नयन वर्ण आभा नवि।
विधिवत पूजन काज बाला जी ,
बल बुद्धि विद्या सुख कृपा अपार ।
श्री हनुमंत महिमा अपरंपार ।।


कुमार महेंद्र


(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ