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वेव्स एक्सआर क्रिएटर हैकाथॉन ने भारत में गहन अभिनव की आधारशिला रखी

वेव्स एक्सआर क्रिएटर हैकाथॉन ने भारत में गहन अभिनव की आधारशिला रखी

सह-लेखक आशुतोष कुमार, संस्थापक और सीईओ, वेवलैप्स
और श्रीयंका चटर्जी, मीडिया एवं संचार अधिकारी, पत्र सूचना कार्यालय

वर्चुअल वास्तविकता और संवर्धित वास्तविकता के तेजी से बढ़ते क्षेत्र- मनोरंजन, सिनेमा, विपणन, प्रशिक्षण, शिक्षा, रखरखाव और दूरस्थ कार्य जैसे कई क्षेत्रों में क्रांति ला रहे हैं। एक्सआर अर्थात विस्तारित वास्तविकता, एक व्यापक अवधारणा है जिसमें वर्चुअल रियलिटी (वीआर), ऑग्मेटिड रियलिटी (एआर) और मिक्सिड रियलिटी (एमआर) जैसी गहन तकनीकें शामिल हैं और यह वास्तविक और वर्चुअल वातावरण का संयोजन करती है। स्थानीय अथवा नेटवर्क से प्राप्त वर्चुअल डेटा का इस्तेमाल करते हुए इसे व्यक्ति के मनोभावों के साथ साझा और स्थानांतरित किया जाता है, एक्सआर डिवाइस वर्चुअल रूप से भावनाओं में वास्तविक समय में होने वाली प्रतिक्रियाओं को बढ़ाते हुए विशेष अनुभव का भाव जगाते हैं।

सेंसर और मनमोहक अनुभव द्वारा संचालित इंटरैक्टिव कियोस्क के साथ, मूवी स्टूडियो ने आज अपनी फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए एक्सआर के उपयोग का एक शानदार तरीका खोज लिया है। यूनिवर्सल स्टूडियो ने जुरासिक वर्ल्ड: फॉलन किंगडम फिल्म के निर्माण के लिए कई तरह के डायनासोरों को दिखाते हुए खासतौर पर इन-स्टोर और इन-होम अनुभवों का अहसास कराने के लिए ऐसे ही संवद्धित वास्तविक प्रभावों का उपयोग किया। भारत में, 'सुपर 30' और 'संजू' जैसी बॉलीवुड फिल्में, 2012 की तेलुगु भाषा की जबरदस्त एक्शन फिल्म 'ईगा', दुनियाभर में लोकप्रिय 'बाहुबली', 'आरआरआर' सभी फिल्मों ने दर्शकों के दिलों पर राज करने और उनकी सोच पर अनूठा प्रभाव डालने के लिए इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया है। भारतीय फिल्म निर्माता पोलोमी बसु की 'माया: द बर्थ ऑफ ए सुपरहीरो' 2024 में कान्स फिल्म महोत्सव की नवीन इमर्सिव प्रतिस्पर्धा श्रेणी में शामिल आठ परियोजनाओं में से एक थी। सामुदायिक कॉलेजों और व्यावसायिक स्कूलों से लेकर आरआई अनुसंधान संस्थानों तक के उच्च शिक्षा संस्थान विभिन्न क्षमताओं में एक्सआर तकनीकों के साथ प्रयोग कर रहे हैं। एक्सेंचर की एक रिपोर्ट के अनुसार, वीआर-प्रशिक्षित विशेषज्ञ पारंपरिक रूप से प्रशिक्षित विशेषज्ञों की तुलना में 40 प्रतिशत कम गलतियां करते हैं। एआर/वीआर तकनीकें दिव्यांगों के लिए भी पहुंच और समावेशन में सुधार करने की महत्वपूर्ण क्षमता प्रदान करती हैं, जिसमें एआर सांकेतिक भाषा अनुवाद से लेकर वीआर सहानुभूति उपकरण और बहुत कुछ शामिल हैं। एक्सआर तकनीक इमर्सिव वातावरण के सृजन के साथ वर्चुअल बैठक के स्वरूप को भी बदल सकता है इसमें प्रतिभागी अलग-अलग स्थलों पर होने के बावजूद 3डी मॉडल के साथ वार्तालाप करने के साथ-साथ अपनी प्रस्तुतियां साझा करने के अलावा इस तरह से विचार-विमर्श कर सकते हैं जैसे वह सभी एक ही कक्ष में उपस्थित हों। एक्सआर के उपयोग से कार्यस्थल, प्रशिक्षण, शैक्षिक उद्देश्यों, चिकित्सीय उपचारों और डेटा अन्वेषण एवं विश्लेषण में संयुक्त प्रयास किए जा सकते हैं।
वैश्विक और भारतीय एक्सआर बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत का एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र 2030 तक 34 प्रतिशत सीएजीआर के साथ 26 बिलियन डॉलर का उद्योग बनने के लिए तैयार है। भारत का एनिमेशन, विज़ुअल इफ़ेक्ट, गेमिंग और कॉमिक्स एवं एक्सटेंडेड रियलिटी (एवीजीसी-एक्सआर) क्षेत्र अगले पांच से छह वर्षों में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम के अनुसार, एक्सआर तकनीकें 2030 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अनुमानित 1.5 ट्रिलियन डॉलर की आर्थिक व्यवस्था बना सकती हैं और यह 30 प्रतिशत से अधिक वार्षिक वृद्धि दर को रेखांकित करता है। ट्रैक्सन रिपोर्ट इंडस्ट्री के अनुमान के अनुसार, 2018 में 170 एक्सआर स्टार्टअप थे, जबकि 2025 में यह संख्या 300 को पार कर गई है। एक्सआर क्षेत्र में कई तरह रोजगारों की भूमिकाएं और विशेषज्ञताएं शामिल हैं। कुछ सामान्य एक्सआर जॉब प्रोफाइल में एआर/वीआर/एमआर एप्लिकेशन बनाने वाले सॉफ़्टवेयर डेवलपर, एक्सआर हार्डवेयर इंजीनियर, 3डी आर्टिस्ट और डिज़ाइनर, शोधकर्ता और कंप्यूटर विज़न इंजीनियर, उत्पाद प्रबंधक और यूएक्स विशेषज्ञ, कंटेंट क्रिएटर और प्रशिक्षक आदि शामिल हैं। भारत को एवीजीसी के लिए वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, नवंबर 2024 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मुंबई में एनिमेशन, विज़ुअल इफ़ेक्ट, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी (एवीजीआर-एक्सआर) के लिए एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) की स्थापना को स्वीकृति दी। 5,00,000 रोजगारों के सृजन के अनुमान के साथ, एनसीओई को आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रमुख संस्थानों के आधार पर तैयार किया गया है। इसके लिए केंद्र एक कुशल प्रतिभा समूह बनाने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी अवसंरचना, अत्याधुनिक तकनीक और विशेष कौशल प्रदान करेगा।
इस प्रकार से भारत एक व्यापक क्रांति का साक्षी बन रहा है। हाल ही में संपन्न एक्सआर क्रिएटर हैकथॉन एक राष्ट्रव्यापी पहल रही और यह विस्तारित वास्तविकता प्रौद्योगिकियों में नवाचार को बढ़ावा देती है। इसका आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से वेवलैप्स, एक्सडीजी और भारत एक्सआर द्वारा किया गया था, जिसमें इमर्सिव प्रौद्योगिकियों के भविष्य को आकार देने के लिए पूरे भारत से रचनात्मक सोच को एक मंच पर स्थान दिया गया था। एक्सआर हैकथॉन 32 विविध और गतिशील चुनौतियों में से एक है और यह क्रिएट इन इंडिया चैलेंज (सीआईसी) सीजन-1 का निर्माण करती है। इसे 1 से 4 मई, 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में होने वाले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है। क्रिएट इन इंडिया चुनौतियों के विजेताओं को मुंबई में एक भव्य समारोह में 'वेव्स क्रिएटर अवार्ड्स' से सम्मानित किया जाएगा। इन चुनौतियों ने रचनात्मक परिदृश्य में एक जबरदस्त पैठ के साथ-साथ भारत और विदेशों में नवाचार और जुड़ाव का एक उत्कृष्ठ भाव जगाया है और यह वैश्विक स्तर पर रचनात्मक प्रतिभा के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में उभरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में कहा कि वेव्स भारतीय कलाकारों को विषयवस्तु तैयार करने और इसकी वैश्विक पहुंच बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा, साथ ही दुनिया भर के कलाकारों को भारत में सहयोग करने के लिए आमंत्रित करेगा।
देश के सभी क्षेत्रों में एक्सआर हैकाथॉन का शुभारंभ 2,200 से ज़्यादा प्रतिभागियों के साथ हुआ। एक प्रतिष्ठित जूरी ने फाइनल प्रतिभागियों की गहनता से समीक्षा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चयनित परियोजनाऐं तकनीकी निष्पादन, उपयोगकर्ता अनुभव और वास्तविक दुनिया के प्रभाव के उच्चतम मानकों को पूर्ण करती हों। इनमें से हर विशेषज्ञ एक अलग क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जिससे भारत में सबसे आशाजनक एक्सआर प्रोजेक्ट का एक समग्र मूल्यांकन सुनिश्चित होता है। हैकाथॉन के प्रत्येक संबंधित विषयों जैसे स्वास्थ्य सेवा, इमर्सिव टूरिज्म, ई-कॉमर्स, शिक्षा और मीडिया एवं मीडिया और मनोरंजन से पांच विजेताओं की घोषणा 9 अप्रैल, 2025 को की गई थी। इसके अलावा एक्सआर हैकाथॉन विजेताओं के साथ-साथ अन्य चुनौतियों के फाइनलिस्ट, जिनकी संख्या 750 से अधिक है, को भी अपनी व्यक्तिगत चुनौती, प्रतिभा और कौशल के परिणाम और कार्य को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ-साथ विशेष गतिविधि सत्रों सहित अपने संबंधित क्षेत्र के व्यापारिक प्रमुखों के साथ नेटवर्किंग के अवसर और मास्टरक्लास, पैनल चर्चा, सम्मेलनों आदि के माध्यम से वैश्विक दिग्गजों से शिक्षण का अवसर प्राप्त होगा।
इस पहल की वास्तविक सफलता सिर्फ विजेताओं से नहीं अपितु इस परिणाम से तय की जाएगी कि ये परियोजनाऐं वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में कैसे परिवर्तित होती हैं। एक्सआर क्रिएटर हैकाथॉन जैसी भविष्यगत पहलों के साथ, भारत न केवल वैश्विक एक्सआर दौड़ में भागीदारी कर रहा है, बल्कि यह अपनी शर्तों पर गहन अभिनव की आधारशिला भी रख रहा है। एक्सआर क्रिएटर हैकाथॉन और वेव समिट ने हजारों उत्साही युवा एक्सआर व्यक्तित्वों को एक मंच प्रदान किया है जिससे उन्हें समर्थन और मार्गदर्शन भी मिला है और यह नवाचार करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। हैकाथॉन के 30 प्रतिशत से अधिक फाइनल प्रतिभागी श्रेणी-2 और 3 शहरों से आते हैं और यह एक्सआर क्षेत्र के व्यापक होने का प्रमाण है। एक्सआर क्रिएटर हैकाथॉन के साथ, हम भारतीय एक्सआर उद्योग में क्रांति ला रहे हैं। इस प्लेटफ़ॉर्म से निकलने वाले समाधानों के माध्यम से हम दुनिया भर में, उद्योगों में, वास्तविकताओं में किस प्रकार से वार्तालाप किये जा सकते हैं इस दिशा को एक नया आयाम देंगे।
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सह-लेखक:
आशुतोष कुमार, संस्थापक और सीईओ, वेवलैप्स
औरश्रीयंका चटर्जी, मीडिया एवं संचार अधिकारी, पत्र सूचना कार्यालय
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