क्यों जीवन से उद्धार मांगते हो क्यों उब जाते हो तुम जीवन से , क्यों जीवन से उद्धार मांगते हो । मिथ्…
Read more »खुश रखने हेतु खुबसूरत अदा तुम हो । मेरे हर मर्ज की अचुक दवा तुम हो ।। लगे गर्मी तो आंचल से हवा करती…
Read more »प्रिये! तुम झूठ बोलती हो डॉ अवधेश कुमार अवध उपभोक्तावादी समाज में, सब व्यापारी बने हुए हैं। …
Read more »जीत मुझको वो तुम ऐसा जीत , मुझसे हो जाए तेरा प्रीत । तुम बन जाओ मेरे ये मीत , मैं बन जाऊं तेरा प्रि…
Read more »क्या किसी के माफी मांगने से उसके पाप धुल जातें है ?माया श्रीवास्तव समर्थ नारी समर्थ भारत ने मुख्…
Read more »चाणक्य के अर्थशास्त्र में राज्य की व्यवस्था एवं स्वरूप - प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज महामति चाणक्य न…
Read more »श्री गणेशाय नम: 9 नवम्बर 2023, गुरूवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रह…
Read more »ज़ी स्टूडियोज़ की "कैनेडी" को जियो मामी फिल्म फेस्टिवल में उसके पहले प्रीमियर पर जबरदस्त …
Read more »पहली बार उच्च पदासीन नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में बिहार की महिलाओं का घोर अ…
Read more »उम्र सड़सठ बीत गयी, अब अडसठ की बात है, पहले जैसी ही अब भी, शरद पुर्णिमा की रात है। तन्हाई में तुमसे…
Read more »अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आंचल में है दूध और आंखों में है पानी की सार्थकता महान कवयित्री …
Read more »इस बार धनतेरस और दिवाली ***************************** मार्कण्डेय शारदेय इस बार 10 नवम्बर (शुक्रवार)…
Read more »अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मंच केबी राइटर्स से सम्मानित हुए सैनिक कवि उदय। कई पुस्तकों, विशेषांकों और…
Read more »बिहार के तकनीकी विशेषज्ञ प्रदेश को प्राथमिकता दें : मंत्री 'विश्व रेडियोलौजी दिवस' पर हेल्थ…
Read more »मन का दीपक जब जले, जगमग जग संसार:-जनार्दन जलज राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था 'शब्दाक्षर' की औरं…
Read more »इसराइल से भारत की तुलना करना हर प्रकार से असत्य हैं। प्रो रामेश्वर मिश्र पंकज । बात केवल आकार की या…
Read more »पैरों तले मसल दे भारत रहा सदा वीरों की भूमि , दुश्मनों को सदा जो टसल दे । जो भी सिर उठाकर यह देखे ,…
Read more »नवजात शिशु धरा पर आता नवजात शिशु , आकर अचंभित हो जाता है । कहाॅं कहाॅं कर विस्मित होता , फिर माता म…
Read more »कोढ़ कैंसर बहुत पहले से पाल रखा मानव , अपने जीवन में ही कोढ़ कैंसर । प्यार मोहब्बत और अश्लीलता , नि…
Read more »दूबों के होठों पर डॉ रामकृष्ण मिश्र मोती -सी जल - बूँदे तापित की पीड़ा अनुराग से सँवारती …
Read more »चुनाव कहे भारत माता सुनो मतदाता , हर शहर और हर गाॅंव रे । संभलकर रहना तुम सब सदा , आ गया है फिर चुन…
Read more »"अधरों की देहरी पे" वो खत जो कभी लिखे गए थे लेकिन अधूरे रह गए थे वो खत जो कभी पढ़े गए थे…
Read more »तुम नदी हो , मैं समन्दर हूं । मैं अपनी मर्यादा के अन्दर हूं ।। तुम निर्बाध गति से बहती हो। किनारा त…
Read more »दीवाली का अवसर है, उत्सव मनायें, राम आये अयोध्या, चलो घर सजायें। अमावस्या की रात, तम गहन वाली, गली …
Read more »दीपावली के पूर्व संध्या पर जीकेसी जलायेगा दीपक दिव्य रश्मि संवाददाता जितेन्द्र कुमार सिन्हा की खास …
Read more »जाने कितनी गलतफहमी पाल लेते हैं, कुछ लोग तिल को ताड़ मान लेते हैं। जूगनू से रहते रात के नीरव अंधेरे…
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