भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की महानायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती देश-विदेश में …
Read more »सत्संग सुनने का फल.. पूर्णिमा एक बार देवर्षि नारद भगवान विष्णु के पास गए और प्रणाम करते हुए बोले..…
Read more »बिहार एक ऊर्जा और बौद्धिक चेतना से संपन्न राज्य है| - प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज बिहार का महत्व हम स…
Read more »एक साथ ही एक पेड़ पर , फूल और कांटे उगते हैं । एक मन को खुशबू देते, एक बदन में चुभते हैं । संगत है …
Read more »दीप कहाँ से आए मार्कण्डेय शारदेय रात अमावस की होने से, कुमुदबन्धु के घर सोने से, ना जाने ये किस कोन…
Read more »बिहार के प्रथम स्मरणीय हैं डा सच्चिदानन्द सिन्हा, साहित्य और राजनीति के आदर्श थे बदरीनाथ वर्मा:-डा …
Read more »हलाल मुक्त दिवाली ! परिचय - दिवाली का अर्थ है खुशी का त्योहार, दिवाली का अर्थ है प्रकाश की बौछार, द…
Read more »श्री गणेशाय नम: 11 नवम्बर 2023, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा र…
Read more »गाना-वाना छोड़ दिया है। -- डॉ. मेधाव्रत शर्मा, डी•लिट• (पूर्व यू.प्रोफेसर) गाना-वाना छोड़ दिया है। …
Read more »समय चक्र जय प्रकाश कुंअर समय का पहिया चलता जाये । बिना थके ओ बिना रुके यह, अपना क्रम बदलता जाये ।…
Read more »उड गया आशियां तो जाने दो ! ======(अर्चना कृष्ण श्रीवास्तव) उड गया आशियां तो जाने दो, फिर नया कोई घर…
Read more »सगर कुल दशरथ व्यथित, कैसे कुल चल पायेगा, सगर कुल दशरथ व्यथित, कैसे कुल चल पायेगा, तीन शादियाँ करके …
Read more »"तिमिर एवं उजाला" तिमिर क्यों घना चारों ओर यह छा रहा है, संवेदनहीनता का साम्राज्य फैला ह…
Read more »" सरिता और सागर" तुम तरंगिणी हो, मैं हूं सागर, तुम मेरी जीवनदायिनी प…
Read more »दूबों के होठों पर डॉ रामकृष्ण मिश्र दूबों के होठों पर मोती -सी जल - बूँदे तापित की पीड़ा अनुराग से …
Read more »इश्क़ का खुमार कैसा इश्क़ का खुमार कैसा, रूप के साथ ही ढल गया, दरिया भी दरिया कैसा, बरसात जाते उतर …
Read more »शब्दों का प्रदूषण शब्दों का प्रदूषण, फैल रहा चहुँ ओर, नेता जनता प्रशासन, मचा रहे सब शोर। गुण्डों और…
Read more »मुश्किलों के दौर में भी, मुस्कुराना सीख लो, फूल बनकर काँटों संग, गुनगुनाना सीख लो। हैं बहुत से बाज …
Read more »श्री गणेशाय नम: 10 नवम्बर 2023, शुक्रवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा …
Read more »आओ!आओ दीप जलायें!! अँजनी कुमार पाठक आओ!आओ दीप जलायें !! घर आँगन से दिगदिगन्त तक देवालय से मन मँदिर …
Read more »सुनों कमीनों ---:भारतका एक ब्राह्मण. संजय कुमार मिश्र 'अणु' ---------…
Read more »संबंधों की स्वस्थ विवशताएँ कितनी। डॉ रामकृष्ण मिश्र और हमारी आवश्यकताएँ कितनी।। चिंताओं के ताने - ब…
Read more »एक दीप हजारों दीप जलाते हो बाहर , एक दीप अंतर्मन जला लो । एक दीप ले आएंगी ये लक्ष्मी , अंदर वाह्य क…
Read more »सनातन पर प्रतिबंध साज़िश किसने कहा कि बारूद से, प्रदूषण फैलता है, किसने कहा कि आवाज़ से, प्रदूषण फै…
Read more »यात्रा का आनंद सफर में आनंद आता है जब मिले है अच्छे लोग। तो मस्ती से कट जाता अपनी यात्रा का दौर। बा…
Read more »जाने कितनी गलतफहमी पाल लेते हैं, कुछ लोग तिल को ताड़ मान लेते हैं। जूगनू से रहते रात के नीरव अंधेरे…
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