कालिंदी के कूल बैठी धनंजय जयपुरी कालिंदी के कूल बैठी काले काले कुंतलों को कर से संवारती है कृष्णप्र…
Read more »जाती सही अब नहीं ये जुदाई l कैसे करूँ मैं तेरी विदाई ! क्या थे वे दिन जब मिलन की खुशी थी ! स्वागत म…
Read more »एक तरफ बुधुआ का बेटा खाने को मोहताज एक तरफ बुधुआ का बेटा खाने को मोहताज है देखो तरस रहा | और इधर छल…
Read more »होली खेलने होली चले ससुराल में, साथ में बीवी ठुमकती चाल में। चाहतें मन में हजारों हैं भरीं,…
Read more »नशा भांग का सबक जिंदगी का मंजू भारद्वाज चारों तरफ होली का माहौल था। कभी इधर कभी उधर से 'होली है…
Read more »होली है वसुदेव कुटुंबकम की सखियों में , प्रेम बहुत हम जोड़ी रे । झूमें नाचें गाए हम सब , मिलकर बोल…
Read more »मेरे ख्वाबों की शहजादी प्रेम महल की शहजादी मेरे ख्वाबों में आती है , हाथ बढ़ाकर धरना चाहूं जुगनू सी…
Read more »आग राग डॉ. मेधाव्रत शर्मा, डी•लिट• (पूर्व यू.प्रोफेसर) जल्लादों की बस्ती में, जुन्नैद का खुतबा कौन…
Read more »श्री गणेशाय नम: 26 मार्च 2024, मंगलवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेग…
Read more »जग में पूंजीवाद बहुत शर्मिंदा है l कैसे यह साहित्य अभी तक जिन्दा है ! मरने की भी फुर्सत जिसे नहीं म…
Read more »गाँव गाँव में, शहर शहर में, आज होली का रंग बरसे। कोई बिरहन आंसू बहाये, पिया मिलन को तरसे।। प्रियतम …
Read more »निचला नेता उनकर तोता , नेता नेत नात होखेलन नेता , कलियुग के कहेलन त्रेता , केहू के होखेलन डुबोता , …
Read more »भारत के अंदरूनी मामलों में बढ़ता विदेशी हस्तक्षेप- लेखक मनोज मिश्र इंडियन बैंक के अधिकारी है| भारत…
Read more »श्री गणेशाय नम: 25 मार्च 2024, सोमवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा…
Read more »आओ खेलें जमकर होली, आओ खेलें जमकर होली, रंग- अबीर- गुलाल से, पानी के भी रंग बना लें, चकुंदर, टेसू ग…
Read more »हम-सब फाग --: भारतका एक ब्राह्मण. संजय कुमार मिश्र 'अणु' -------------------…
Read more »होली का रंग तुम्हें कैसे रंग लगाए, और कैसे होली मनाए? दिल कहता है होली, एकदूजे के दिलों में खेलो। क…
Read more »जब जब होहि धरम की हानि , भ्रमित हो जाता जब यह पंत । दुष्ट दुराचारी नीच संहारन हेतु , होते अवतरित है…
Read more »दोस्ती का दर्द दोस्ती का दर्द क्या होता है किसी दोस्त से पूछो। दोस्ती क्या होती है दोस्तों से ही पू…
Read more »अरे जा रे हट नटखट अरे जा रे हट नटखट रंग लगाऊंगी मैं भी तुम्हें पलट लाल लाल रंगों से करूंगी तुम्हें …
Read more »कटती नहीं है अपनी रातें, किसको दोष लगाऊँ । दूर देश बैठे हो प्रियतम, मैं रोऊँ या गाऊँ ।। सखियाँ सारी…
Read more »बैठ घरों में सारे नेता, जनता हित की बात करें, झूठे भ्रामक दे आँकड़े, जनता मन की बात करें। जनता है न…
Read more »अंतरराष्ट्रीय गणित दिवस पर रिश्तों का गणित डिग्रियां तो बहुत ली मैंने, अब सम्बन्धों का गणित पढ़ने क…
Read more »ऊँट पहाड़ के नीचे आया, लगता है, चोरों पर कसा शिकंजा, लगता है। घूम रहे आरोप लगाते, आज भेड़िये, कोई ब…
Read more »कब विचारों का आवागमन रुका है, कब सृष्टि में सृजन का क्रम रुका है। सैनिकों के लहू का जोश कब शीतल, कब…
Read more »राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था 'शब्दवीणा' के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बने मनीलाल बारीक, मनोज कुमार…
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