विवेकानंद का राष्ट्र चिन्तन--
4 जुलाई 2024, गुरूवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशि में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से|
बिहार कुम्हार (प्रजापति) समन्वय समिति का चुनाव हुआ सम्पन्न
जीवन में प्रतिस्पर्धा: प्रगति की कुंजी
देवरहा बाबा
देखो,आई सांझ सुहानी
सज्जनता जीवन का नाज है ,
भोली भाली सीधी साधी जनता ,
दीप जलाकर शिक्षा के, जो शिक्षित राष्ट्र बनाते हैं,
जैसे जैसे उम्र बढी है, अनुभव बढता जाता है
चोर उचक्के और गुंडे भी, नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं
दौर अलग था नागार्जुन का
माल ए मुफ्त मिले कुछ को, कुछ तो कष्ट उठाना होगा
पूरी दुनिया सनातन के पीछे भाग रही है
दर्द के भी दर्द को महसूस करके देखिए,
वर्षा- शहर व गाँव
जिहादियों के समर्थन में जो भी खड़ा हो
डूबती कश्ती को किनारे लगा देते हैं
अगर नहीं हनक तुममें, सरकार नहीं चल सकती,
अघोषित आपातकाल बताते, जो सत्ता को गाली देते,
लोकतंत्र पर जब हमला, आपातकाल लगा था,
सिमट रहे परिवार, विराना लगता है,
दहेज़ क्या है ---
हम हों धनवान, कोई तो राह दिखाओ,
ग़ाँव ---एक दर्पण