विवेकानंद का राष्ट्र चिन्तन-- राष्ट्र चिंतन की चर्चा करने से पूर्व यह समझना अति आवश्यक है की जिस रा…
Read more »श्री गणेशाय नम: 4 जुलाई 2024, गुरूवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेग…
Read more »बिहार कुम्हार (प्रजापति) समन्वय समिति का चुनाव हुआ सम्पन्न उपसम्पादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा की खबर …
Read more »जीवन में प्रतिस्पर्धा: प्रगति की कुंजी जीवन एक दौड़ है, जहाँ हम सब अपनी मंजिल की ओर अग्रसर हैं। इस …
Read more »देवरहा बाबा आनन्द हठीला देवरहा बाबा भारत के उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में एक योगी, सिद्ध महापुरु…
Read more »देखो,आई सांझ सुहानी गगन अंतर सिंदूरी वर्ण, हरितिमा क्षितिज बिंदु । रवि मेघ क्रीडा मंचन, धरा आंचल व…
Read more »सज्जनता जीवन का नाज है , मृदुल वाणी ये सुंदर साज है । सद्व्यवहार बचाता ये लाज है , मानवता का बुलं…
Read more »भोली भाली सीधी साधी जनता , सारा आरोप जनता पर मढ़ दो । सत्ता पक्ष का कोई भी दोष नहीं , सारी कलमा ज…
Read more »सभी ज्ञात अज्ञात गुरूजनों शिक्षकों के सादर नमन। दीप जलाकर शिक्षा के, जो शिक्षित राष्ट्र बनाते हैं, …
Read more »जैसे जैसे उम्र बढी है, अनुभव बढता जाता है, साधक का चिन्तन और दर्शन बढता जाता है। मानवता का भाव जागत…
Read more »चोर उचक्के और गुंडे भी, नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं, भ्रष्टाचार के पोषक अग्रज, भ्रष्टाचार की बात उठात…
Read more »बाबा नागार्जुन जन्मदिवस पर दौर अलग था नागार्जुन का दौर अलग था नागार्जुन का, अब तो उल्टी धार बढी, दि…
Read more »माल ए मुफ्त मिले कुछ को, कुछ तो कष्ट उठाना होगा, दाम बढ़ाकर गैस पैट्रोल पर, सुरक्षा जतन कराना होगा।…
Read more »पूरी दुनिया सनातन के पीछे भाग रही है, हमारे धर्म ग्रंथों को पढ़कर जाग रही है। जीवन मृत्यु अध्यात्म …
Read more »दर्द के भी दर्द को महसूस करके देखिए, अपने पराये को महसूस करके देखिए? हो सके तो ग़ैर के दर्द में भी …
Read more »वर्षा- शहर व गाँव जिस वर्षा की ख़ातिर नयन तरसते मेरे, जिसकी ख़ातिर सूरज को भी नयन तरेरे। वर्षा बरसी…
Read more »जिहादियों के समर्थन में जो भी खड़ा हो, क़ानून का शिकंजा पहले उस पर कडा हो। भाईचारे की बातें बस दिखा…
Read more »डूबती कश्ती को किनारे लगा देते हैं, माँझी कश्ती के भरोसे कहाँ रहते हैं। हौसलों की पतवार लिए आगे बढ़…
Read more »अगर नहीं हनक तुममें, सरकार नहीं चल सकती, बदले की आग न हो तो, तकरार नहीं चल सकती। क्षमादान का हक उसक…
Read more »अघोषित आपातकाल बताते, जो सत्ता को गाली देते, सड़कों पर गुंडागर्दी, जो आतंकवाद को संरक्षण देते। बस थ…
Read more »लोकतंत्र पर जब हमला, आपातकाल लगा था, सम्पूर्ण विपक्ष भारत में, व्यथित हुआ खड़ा था। चहूँ ओर गहमा-गहम…
Read more »सिमट रहे परिवार, विराना लगता है, रिश्तों का संसार, सुहाना लगता है। ताऊ- चाचा, बुआ- मामा कैसे होते, …
Read more »दहेज़ क्या है --- क्या कन्या को शादी के समय स्वेच्छा से दिए जाने वाले धन, उपहार, वस्त्र, आभूषण को दह…
Read more »हम हों धनवान, कोई तो राह दिखाओ, सीमाएँ क्या होंगी, कोई तो बतलाओ? धन से कितनी संतुष्टि, ख़ुशियाँ मिल…
Read more »ग़ाँव ---एक दर्पण गाँव यानि गरीबी फटेहाल जिन्दगी और कुछ गन्दगी। गाँव यानि सन्तुष्टि मानवता -निश्छलता…
Read more »मुस्कुराता रहा बस यही सोचकर, मुझसे आओगे मिलने कभी लौटकर। हम भुलाते रहे गम तेरा इसलिए, तुमको पाया है…
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