चलते चलते छोड़ न देना, बीच राह मुंह मोड़ न लेना। रिश्तों की बस दुहाई है, चारों तरफ सिर्फ तन्हाई है।…
Read more »रावण के मायावी खेल डॉ राकेश कुमार आर्य रावण अधर्म की और अनीति की ओर निरंतर बढ़ता जा रहा था। वह कभी…
Read more »रावण के गुप्तचर और श्रीराम इसी समय शुक और सारण नाम के दो गुप्तचर फिर रामचंद्र जी की गुप्त सूचनाओं ल…
Read more »बातों की बातों में मत उलझो, नैनों की बातों में मत उलझो। कहते हैं कुछ और सोचते कुछ हैं, कवियों की बा…
Read more »इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे पं० राकेश मिश्रा कोई रूप नहीं बदलेगा सत्ता के सिंहासन का कोई अर्थ नही…
Read more »राजतंत्र लाओ ऋचा श्रावणी आज बंगाल पूर्वी पाकिस्तान बन गया है कल पूरा देश बन जाएगा फिर एक नारी की वज…
Read more »बढ़ा जान-पहचान --: भारतका एक ब्राह्मण. संजय कुमार मिश्र 'अणु' ---------------…
Read more »झपट्टामार छिनताई जय प्रकाश कुवंर स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत आज कल पटना राजधानी सहित देश के दूसरे छ…
Read more »हैवानियत की तो हद हो गई , इंसानियत अब तो रहा कहाॅं । नारी शक्ति आज तड़प रही है , मासूमियत भी अब रहा…
Read more »वरिष्ठता का व्यंग्य अनजाने में या चलन में, जब कोई वरिष्ठ कहता है। मैं देखता हूँ अपनी वरिष्ठता को, औ…
Read more »आरक्षण पूर्णिमा नहीं,अमावस्या है जन तरंग पट अकुलाहट, सर्वत्र जाति धर्म विभेद। विलापित स्नेह प्रेम भ…
Read more »राम भक्त हनुमान राम कृष्ण हनुमान की करते सब बातें। करे नहीं अमल पर उनके आचरणों को।। आये जब संकट तो …
Read more »अब तो आओ,श्री कृष्ण कन्हाई भोगवाद स्याह घटाएं , आच्छादित चारों ओर । क्रूर कंस सम मानव कृत्य, धुंधली…
Read more »श्री गणेशाय नम: 22 अगस्त 2024, गुरूवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेग…
Read more »प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हुए कवि सह वरिष्ठ पत्रकार निशिकांत राय दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्र…
Read more »सिविल कोर्ट वार काउंसिल के दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर संजय कुमार सिन्हा हुए सम्मानित दिव्य रश्म…
Read more »संस्कृत सप्ताह समारोह का हुआ समापन दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा की कलम से | राजक…
Read more »"गीता" ज्ञान के पश्चात "अर्जुन" की स्थिति लेखक: अवधेश झा गीता ज्ञान परमतत्व का…
Read more »बतलैलक हे हमरा(मगही कविता) --:भारतका एक ब्राह्मण. संजय कुमार मिश्र 'अणु' ----------…
Read more »एक कतरे का भी दिल में ग़र अहसास नहीं, वो समंदर भी अगर है तो कोई खास नहीं। रिश्तों की डोर बंधे तो मज…
Read more »हो रही है शाम जीवन की गली में गान छेड़ो। डॉ रामकृष्ण मिश्र हो रही है शाम जीवन की गली में गान छेड़ो…
Read more »संस्कृति, संस्कृत और संस्कार को हमेशा रखें बरक़रार, सम्पूर्ण मानुष जीवन में इसका सख्त होता है दरक…
Read more »अपना अपना जख्म जख्म ए दिल है यह कहता , क्यूॅं परेशान है तू जख्मों से । एक तुम्हीं नहीं हो दुनिया मे…
Read more »रामभक्त हनुमान अंजनी पुत्र तुम कहलाते , तुम्हीं कहलाते बज्र अंगी । पवनसुत तुम्हीं कहलाते , शिवतनय …
Read more »आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक समाज का निर्माण हो दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्…
Read more »संबंधों की पांच सीढ़ियां "संबंधों की कुल पांच सीढ़ियां होती हैं!" यह वाक्य अपने आप में एक…
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