दुःखी मां यह सोच बड़े नाजों से पाली थी तुम्हें, कि बढ़ा होकर बुढ़ापे का सहारा बनेगा। मेरी सारी परेश…
Read more »नन्हा सिपाही देश हमारा कितना प्यारा , सबकी आँखों का है तारा । नन्हें - मुन्ने इसके गहने, रंग-बिरंग…
Read more »मुस्कुराती रहे मेरी हिन्दी जग में चँहुओर अरविन्द अकेला आज दिवस है जन गण मन की हिन्दी का, मिलकर बढ़ा…
Read more »बने हिन्दी अब देश की राष्ट्रभाषा अरविन्द अकेला बने हिन्दी अब देश की राष्ट्रभाषा पूर्ण हो जन,गण,मन …
Read more »शरीर के दश द्वार जय प्रकाश कुवंर हमारे शरीर को एक अस्थायी घर माना जा सकता है, जिसमें हमारा प्राण या…
Read more »विभागीय ज्ञान - विज्ञान मेला में शानदार प्रदर्शन स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर, शास्त्री नगर, पटना क…
Read more »मायावी लंकेश मर गया डॉ राकेश कुमार आर्य रामचंद्र जी ने आज युद्ध का मोर्चा स्वयं संभाला हुआ था। वह न…
Read more »लंकेश हुआ भयभीत डॉ राकेश कुमार आर्य रामचंद्र जी आज युद्ध का अंत कर देना चाहते थे । यही कारण था कि व…
Read more »लक्ष्मण जी का उपचार डॉ राकेश कुमार आर्य ( यहां पर यह बात ध्यान देने की है कि जब लक्ष्मण जी को शक्ति…
Read more »श्री गणेशाय नम: 14 सितम्बर 2024, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहे…
Read more »अश्व धोक संग,अलौकिक ज्योत चमत्कार शेखावाटी स्वर्ण नगरी नवलगढ़, छटा अद्भुत अनुपम विशेष । अति कृपा नग…
Read more »एक कल सीखाकर है जाता , दूसरा महद आनेवाला कल । काटे नहीं कट पाता है समय , मधुर मिलन इंतजार के पल ।। …
Read more »अखबार हुआ महद जीवन में , अनभिज्ञ से भी परिचय कराता । जिसे देखा सुना नहीं कभी भी , उसकी भी जानकारी द…
Read more »कैसे कहूँ कि भारत बने महान, इस राष्ट्र के बच्चे करते हैं धूम्रपान । जहाँ मिलता है सिर्फ भ्रष्टाचार …
Read more »खतरा बन चुका है मानव प्रेम करूणा व सद्भावना से, मानव जीवन खुशहाल था । इसके बिना मानव जीवन, नरक से …
Read more »दर्द का धागा ज़ख्म भर चुके थे, धीरे-धीरे, मिटती जा रही थी यादों की भीड़। एक धागा छेड़ा, और फिर, खुल…
Read more »श्री गणेशाय नम: 13 सितम्बर 2024, शुक्रवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा र…
Read more »विवेकानंद का राष्ट्र चिन्तन-- डॉ अ कीर्ति वर्धन राष्ट्र चिंतन की चर्चा करने से पूर्व यह समझना अति आ…
Read more »भक्ति और राजनीति जैसा कि उपरोक्त शब्दों के गठन से ही उनका वास्तविक अर्थ सामने आता है कि वे दोनों दो…
Read more »नियमित मंदिर जाए जब भोर हुए आना, जब शाम ढले आना। संकेत प्रभु का, तुम भूलना जाना, जिनेन्द्रालाय चले …
Read more »सच का साथ निभाना: समय का साथ स्वतः आएगा "वक्त से साथ चलना कोई ज़रूरी नही, सच के साथ चलिए एक दि…
Read more »'दिनकर' जी की जयंती पर सम्मेलन में आयोजित हुआ कवि-सम्मेलन| समर शेष है, नही पाप का भागी केवल…
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