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सम्मान समारोह का आयोजन बैंकिपुर H.O में किया गया
गरीबों के लिए वरदान है आयुष्मान भारत योजना
सनातन ने प्रत्येक युग में सबका सम्मान किया,
गर एक सा मौसम रहेगा, न कभी बरसात होगी,
मैं माटी का दीपक हूँ ......
संविधान में अम्बेडकर ने सबको, जाति धर्म में बाँट दिया,
ढूँढिए मुझमें, क्या ढूँढना है आपको,
विवशता
नहीं अभागा कहता खुद को, निज जीवन इठलाता हूँ,
जानते हैं बात यह सब, मानता कोई नहीं,
आरक्षण के पक्षधर सभी धर्म जाति और समाज का प्रतिनिधित्व करने वालो,
जीने की ख़ुशी, न मरने का गम है,
शास्त्र के साथ शस्त्र,
क्यों मुफ्त माल की बात करें,
गर एक सा मौसम रहेगा, न कभी बरसात होगी,
जब भी कोई गीत लिखूंगा
बजट 2025-26: NGOs की उपेक्षा पर बिहार के गैर-सरकारी संगठनों की गहरी चिंता !
बांग्लादेशी घुसपैठिए और देश की राजधानी दिल्ली
हिन्दी काव्य-साहित्य के गौरव स्तम्भ हैं आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री
यारों के संग बैठा था मैं,
 निरुपम आरोग्यता,सूर्य नमस्कार से
अपने संस्कार धर्म संस्कृति की रक्षा करे शाकद्वीपी ब्राह्मण समाज::-गिरीन्द्र मोहन मिश्र
आचार्यश्री से मुनियों की प्रार्थना
जब ले छाता में मधु बा,
कुदरत का वरदान है बेटियां